कर्ज माफ़ी की मांग को लेकर किसान करेंगे संसद का घेराव.

दर्द-ए-दिल्ली


संवाददाता सन्नी गुप्ता


अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले लगभग 200 किसान संगठनों, राजनीतिक दलों और अन्य समाजिक संगठनों से किसानों की मांग का समर्थन करते हुए आंदोलन में भागीदारी की है.


किसानों को कर्ज मुक्त बनाने और फसल की लागत का डेढ़ गुना न्यूनतम समर्थन मूल्य दिए जाने की मांग को लेकर 2 दिवसीय आंदोलन के पहले दिन गुरुवार को किसानों के साथ डॉक्टर, वकील, पूर्व सैनिक, पेशेवर और छात्रों सहित समाज के तमाम वर्गों के लोगों के समूह रामलीला मैदान में एकत्र हो गए. आज किसान रामलीला मैदान से संसद मार्ग तक पैदल मार्च निकालने वाले हैं.



देश के विभिन्न भागों से दिल्ली के प्रवेश मार्गों पर एकत्र होकर आंदोलनकारियों का रामलीला मैदान तक पैदल और वाहनों से पहुंचने का सिलसिला देर शाम तक जारी रहा. अखिल भारतीय किसान संघर्ष समन्वय समिति के बैनर तले लगभग 200 किसान संगठनों, राजनीतिक दलों और अन्य समाजिक संगठनों से किसानों की मांग का समर्थन करते हुये आंदोलन में भागीदारी की है.


समिति के महासचिव अवीक शाहा और स्वराज इंडिया के संयोजक योगेंद्र यादव की अगुवाई में दक्षिण पश्चिमी दिल्ली के बिजवासन से सुबह शुरू हुई किसान मुक्ति यात्रा लगभग 25 किमी की पदयात्रा कर देर शाम रामलीला मैदान पहुंची. अखिल भारतीय किसान सभा के सचिव अतुल कुमार अंजान सहित संगठन के अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी रामलीला मैदान में आंदोलनकारियों के लिए सुविधाओं का लगातार जायजा लेते रहे.


अंजान ने बताया कि नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम की ओर से भी किसानों के समूह पैदल और वाहनों से रामलीला मैदान पहुंच रहे हैं. फरीदाबाद की ओर आश्रम होते हुए रामलीला मैदान पहुंच रही है


किसानों के समर्थन में आए पूर्व सैनिक


आंदोलन में जुट रही भीड़ को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं. पुलिस ने बताया कि गुरुवार को रामलीला मैदान में पुलिस बल तैनात किया गया है. साथ ही शुक्रवार को रामलीला मैदान से संसद मार्ग तक किसान मार्च मार्ग में भी सुरक्षा और यातायात के विशेष प्रबंध किए गए हैं.


पुलिस ने कहा कि किसानों के मार्च के दौरान सड़कों के दोनों तरफ रस्सी होगी और दूसरी तरफ पुलिस तैनात होगी ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि यातायात प्रभावित नहीं हो. राजधानी में यातायात प्रभावित ना हो इसके लिए शुक्रवार को 3,500 पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे.


जनता से सहयोग की अपील


राजनीतिक कार्यकर्ता और AAP के पूर्व नेता योगेंद्र यादव ने ट्वीट किया है, आज सुबह बिजवासन से महिला किसानों ने हमें दुआ-सलाम किया. वे लोग किसान मुक्ति मोर्चा में भाग लेने के लिए तैयार हैं. यदि आप किसान नहीं हैं, फिर भी हमारे साथ आएं. हमें भोजन देने वालों के साथ हाथ मिलाएं. जय किसान.  


वहीं वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने भी ट्वीट किया है, पिछले 15 साल में भारत में तीन लाख से भी ज्यादा किसानों ने आत्महत्या की है क्योंकि सरकारें लगातार उन्हें धोखा देती रहीं. कल देश भर से आए एक लाख किसान दिल्ली की ओर कूच करेंगे और फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य तथा कर्ज से मुक्ति की मांग करेंगे. उनके साथ एकजुटता दर्शाते हुए खड़े हों.