गुरुवार की सुबह स्वर्गीय लाला रामचरण अग्रवाल के 43वीं पुण्यतिथि पर पूर्व सांसद एवं दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष जय प्रकाश अग्रवाल ने आईटीओ स्थित रामचंद्र अग्रवाल चौक पर उनके प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धांजली अर्पित की। इस अवसर पर, लाला रामचंद्र अग्रवाल के पुत्र पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल व उनके बेटे मुदित अग्रवाल ने सभी पार्टी कार्यकर्ता तथा अन्य गणमान्य अतिथियों का शोल उड़ाकर स्वागत किया।
आइए अब जानते है कि आखिर रामचरण अग्रवाल थे कौन.?
लाला रामचरण अग्रवाल एक स्वतंत्रता सेनानी थे जोकि आजादी के दौरान वो कई बार जेल भी गए थे। और उन्होंने देश को आजाद कराने में एक अहम भूमिका निभाई थी। जिससे की उन्हें आजादी के बाद दिल्ली के प्रथम उप महापौर बनाया गया। बता दें कि रामचरण अग्रवाल ने अपना लम्बा समय कांग्रेसी राजनीति में बिताया था। और उन्होंने देश के पहले प्रधानमन्त्री जवाहर लाल नेहरु के साथ भी काफी काम किया था। लाला रामचंद्र अग्रवाल का आजादी की लड़ाई में योगदान अतुलनीय रहा है।
जयप्रकाश अग्रवाल ने बताया कि लाला रामचंद्र अग्रवाल शुद्ध गाँधीवादी थे और उन्होंने हमेशा गाँधी जी के पदचिन्हों पर चलकर आजादी के लिए संघर्ष किया और ये भी बताया कि लाला रामचंद्र अग्रवाल, गाँधी जी द्वारा चुने गये पहले 11 सत्याग्रहियों में एक थे।
पूर्व पार्षद रेखा रानी ने रामचरण अग्रवाल के योगदान को याद करते हुए बताया कि आजादी के बाद भी, लाला रामचंद्र अग्रवाल ने देश सेवा जारी रखी थी और दिल्ली के प्रथम उप-महापौर के लिए उन्हें निर्वाचित किया गया था। उन्होंने यह भी कहा कि लाला रामचंद्र अग्रवाल हमेशा से समसामयिक तथा वर्तमान के राजनेताओं के लिए प्रेरणा के स्त्रोत रहे हैं।