पर्यटकों का मन मोह रहा है सिग्नेचर ब्रिज

दर्द ए दिल्ली


मथुरा-वृंदावन के बहुचर्चित कथा व्यास श्री आलोक कृष्ण शास्त्री महाराज जी भी अपनी टीम के साथ पहुचे ब्रिज का भ्रमण करने


चेल्सी रघुवंशी  संवाददाता


नई दिल्ली: भारत की राजधानी दिल्ली को देश का दिल माना जाता है। जहां बेहद खूबसूरत प्राचीन इमारतें हैं, जिसे देखने भारत के कोने-कोने से पर्यटक आते हैं।  साथ ही विदेशों से भी लोग दिल्ली में घूमने आते हैं।  पूर्वी दिल्ली में स्थित यमुना पर भी एक ऐसा ब्रिज बना है, जिसे सिग्नेचर ब्रिज कहा गया है। सिग्नेचर ब्रिज को भी एक पर्यटन स्थान माना जा रहा है, क्योंकि इसे देखने भारत के कोने-कोने से लोग आते हैं और यहां पर सेल्फी लेकर अत्यंत प्रसन्न होते हैं। इसलिए सिग्नेचर ब्रिज के पास चिल्ड्रन पार्क और इसे एक पर्यटन स्थान बनाने की बातें चल रही है।  सिग्नेचर ब्रिज एक बेहद खूबसूरत ब्रिज है. जिसे बनाने में करोड़ों की लागत लगी है और करीब 14वर्ष में जाकर यह ब्रिज जनता को समर्पित हुआ है। सिग्नेचर ब्रिज को अब सेल्फी ब्रिज से भी जाना जा रहा है, क्योंकि सभी पर्यटक यहां आकर सेल्फी लेने पर मजबूर हो जाते हैं। सिग्नेचर ब्रिज की खासियत यह है कि यह ब्रिज बिना किसी पिलर के बना है।  यह पूरा ब्रिज तारों के सहारे एक पिलर पर खड़ा हुआ है।


  सिगनेचर ब्रिज एक खूबसूरत ब्रिज तो है ही साथ ही रात के अंधेरे में लाइटों की रोशनी में और भी सुंदर लगता है।  पूर्वी दिल्ली के लोगों के लिए यह एक वरदान माना जा रहा है। क्योंकि इसके उद्घघाटन होने के बाद से ही पूर्वी दिल्ली के लोगों को घंटो जाम में फंसे रहने से राहत मिली है। इससे पूर्वी दिल्ली की जनता बेहद खुश लग रही है। इसी के चलते यहां दिल्ली के साथ-साथ दूर-दराज के राज्यों से पर्यटकों की भीड़ दिन-प्रतिदिन बढ रही है। जिसके मद्देनजर मथुरा वृंदावन के बहुचर्चित कथा व्यास श्री आलोक कृष्ण शास्त्री जी महाराज अपनी टीम के साथ यमुना सिग्नेचर ब्रिज को देखने पहुंचे और काफी देर तक इस ब्रिज पर भ्रमण करने के साथ  खूब सेल्फी और फोटो भी खिंचवाये।


तेज निगाहें संवाददाता चेल्सी रघुवंशी से बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि अभी तक उन्होंने विदेशों में ऐसे ब्रिज देखे थे मगर दिल्ली यमुना पर बने सिग्नेचर ब्रिज को देखकर बहुत प्रसन्नता हुई। अब ऐसा सुन्दर ब्रिज हमारे देश की राजधानी दिल्ली में देखने को मिल रहा है। यह अपने आप में काफी गौरव की बात है। इस भ्रमण यात्रा में उनके साथ नीटू शास्त्री जी महाराज,  अजय भारद्वाज, ठाकुर राम गोपाल चौहान, शिवराज सिंह, राहुल जोशी, अवनीश सेनानी, बसु तोमर मौजूद थे।