दर्द-ए-दिल्ली
संवाददाता-रोशिनी राजपूत
दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने दिल्ली महिला आयोग को राजधानी में महिलाओं और लड़कियों के सभी शेल्टर होम का सोशल ऑडिट करने का निर्देश दिया है। आयोग ने इस काम के लिए “कोशिश” नाम की एजेंसी की सेवा ली है। कोशिश की टीम शेल्टर होम में सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं का ऑडिट करेगी। इसमें वहां का इंफ्रास्ट्रक्चर, सुविधाएं, स्टाफ की संख्या, उनको दी गई ट्रेनिंग, व्यवहार, होम में रहने वाले लोगों के पुनर्वास के लिए किए गए प्रयास जैसे बिंदु शामिल है। टीम सभी अच्छी और खराब चीजों का अभिलेख बनाएगी। आडिट के दौरान यदि किसी ग्रह में गड़बड़ी मिलेगी, तो इसकी सूचना टीम तुरंत महिला आयोग को देगी। गुरुवार को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में टाटा इंस्टीट्यूट की टीम और महिला एवं बाल विकास विभाग के अफसरों की बैठक हुई। इसमें दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति जयहिन्द और महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव रश्मि कृष्णन मौजूद थी। कोशिश के निर्देशक मोहम्मद तारिक व कई शेल्टर होम केस भी मौजूद रहे। सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार सभी शेल्टर होम की हालत और कार्यप्रणाली ठीक करने के लिए प्रतिबद्ध है। भेदभाव ना हो इसलिए बाहरी एजेंसी की सेवाएं ली है। स्वाति जयहिन्द ने कहा कि आयोग ने सितंबर में शेल्टर होम ऑडिट के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया था। इसकी रिपोर्ट दिल्ली सरकार को सौंपी जा रही है।