Reported by :- संदीप कुमार
नई दिल्ली : दिल्ली सरकार ने पार्किंग शुल्क में भारी बढ़ोतरी पर रोक लगा दी है। परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत की अध्यक्षता में सोमवार को हुई बैठक में इस बारे में निर्णय लिया गया। अब एक जनवरी से नई कार खरीदने पर बढ़ा हुआ पार्किंग शुल्क नहीं देना होगा। पुरानी दरों पर ही पार्किग शुल्क जारी रहेगा।
बताया जा रहा है कि दिल्ली सरकार को जानकारी दिए बिना तत्कालीन परिवहन आयुक्त वर्षा जोशी ने 21 दिसंबर को तबादला होने से ठीक पहले इसे मंजूरी दे दी थी। पार्किग शुल्क के मद में परिवहन विभाग तीनों नगर निगमों को 1200 करोड़ रुपये से अधिक दे चुका है। इस राशि का इस्तेमाल मल्टीलेवल पार्किग और पाकिर्ंग से जुड़ी अन्य सुविधाओं पर करना था। इसमें तीनों नगर निगम फेल साबित हुए हैं। निगमों ने इस मद में आई धनराशि को दूसरे कार्यो पर खर्च कर दिया है। ऐसे में सरकार ने पार्किंग शुल्क बढ़ाने की मंजूरी पर रोक लगा दी है।
वर्षा जोशी ने शुक्रवार को जो आदेश जारी किया था, उसके अनुसार पार्किंग शुल्क छह हजार से लेकर 75,000 रुपये तक बढ़ा दिया गया था। इसके लिए चार श्रेणी बनाई गई थीं। नया पार्किंग शुल्क एक जनवरी 2019 से लागू होना था। इस आदेश से बस और टैक्सी ऑपरेटर भी आक्रोशित थे, क्योंकि इससे व्यावसायिक वाहनों की विभिन्न श्रेणियों के लिए वार्षकि पार्किंग शुल्क मौजूदा 2,500- 4,000 रुपये से बढ़कर 10,000 से 25,000 रुपये हो जाता। एसटीए ऑपरेटर्स एकता मंच के सदस्य इसे लेकर सोमवार को परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत से मिले थे और इस बढ़ोतरी को वापस लेने की मांग की। मंत्री ने भी माना कि यह बढ़ोतरी गलत है। जब नगर निगमों ने पार्किंग के एवज में लिए गए पैसे से कोई पार्किंग नहीं बनाईं तो बढ़ोतरी क्यों की गई। उन्होंने इसे वापस लेने का आदेश जारी कर दिया।