दर्द-ए-दिल्ली
Reported by :- संदीप कुमार
पूर्वी दिल्ली-दिल्लीवासी के लिए समस्याओ को झेलना आम सी बात हो गयी है। कभी जाम की समस्या तो कभी गंदे पानी की समस्या, कभी निगम समस्या। लेकिन इन दिनों उत्तर पूर्वी दिल्ली की जनता एक ओर नई समस्या का सामना कर रही है। वह है दिल्ली जलबोर्ड द्वारा इलाके में सीवर लाइन बिछाने की समस्या। इस समस्या से ज्यादातर लोग परेशान है। ऐसी ही समस्या गोकलपुर विधानसभा के हर्ष विहार बार्ड की जनता झेल रही है।
दरसल मंडोली गांव को जोडने वाली मेन मंडोली विस्तार की गली नं-12-13 रस्गुल्ले वाली गली में पिछले कई दिनों से दिल्ली जलबोर्ड द्वारा सीवर लाइन बिछाने का काम किया जा रहा है। काम इतनी सुस्ती से चल रहा हैं कि वहां से गुजरने वाली जनता इससे काफी परेशान है। स्थानीय जनता ने बताया कि सीवर डालने के लिए गहरे गड्ढे किये गए और पाइप बिछा दिये गये , लेकिन इसके बाद इन गड्ढों को सही ढंग से नही भरा तक नहीं गया । जिसके कारण पूरी गली ऊबड-खाबड हो गई। यही नही बचे हुए सीवर लाइन में डाले जा रहे पाइप गली में ही छोड दिया है। मंडोली गांव को जोडने वाली ये सबसे ब्यस्त गली बताई जाती है । इस गली से काफी संख्या में लोग और स्कूली बच्चे गुजरते है, जो आये दिन इस परेशानी का सामना करते है।
वही जब इलाके के निगम पार्षद चौधरी बिजेंद्री से दर्द-ए-दिल्ली की टीम ने बात की तो उन्होंने इस बात की जिम्मेदारी दिल्ली सरकार और उनके विधायक चौधरी फतेह सिंह पर डाल दी। उन्हौने कहा कि हमने कितनी ही बार इस समस्या की शिकायत की , लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नही हुई और ना ही कोई दिल्ली जलबोर्ड का अधिकारी इस बात का संज्ञान लेने को तैयार है। इस वजह से इलाके की बनी हुई गालियां अब जर्जर हो चुकी है, जिसके कारण इलाके के सभी लोग परेशान है।
वही स्थानीय निवासी बबलू माहौर का कहना है कि जलबोर्ड द्वारा जो सीवर की लाइन बिछाई जा रही है, उससे काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इसके कारण बहुत बार लोगो को चोट तक लग चुकी है। कई बार इसके कारण छोटे छोटे बच्चे स्कूल जाते वक्त गिर जाते है और उनको गंभीर चोट तक लग जाती है।..
{बबलू माहौर } [ सत्यप्रकाश शर्मा ]
स्थानीय निवासी सत्यप्रकाश शर्मा ने बताया कि इसी बात को लेकर इलाके के विधयाक के पास कितनी है बार जा चुके है, लेकिन विधयाक भी अश्वासन देने के सिवाय कुछ नही करते। उन्हौंने बताया कि रात के समय तो यहां से मोटरसाईकल तो दूर पैदल तक निकल पाना मुश्किल है। उनका अनुरोध है कि इस कार्य को जल्द से जल्द पूरा कराया जाय और गलियों को दोबारा से नए सिरे से बनवाया जाए।