मनीष सिसोदिया का आरोप, केंद्र सरकार ने नहीं दी ऑस्ट्रिया जाने की अनुमति,

दर्द-ए-दिल्ली 


संवाददाता :- संदीप कुमार 


नई दिल्ली : दिल्ली के उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि सभी जानते हैं कि आज दिल्ली में शिक्षा जगत में बहुत अच्छा काम हो रहा है. भाजपा के लोग भी इस बात को कहते हैं कि दिल्ली में शिक्षा में बहुत अच्छा काम हो रहा है. आज से पहले हम बाहर के देशों से जाकर सीखते थे कि शिक्षा को बेहतर कैसे बनाया जाए. पहली बार ऐसा हो रहा है कि बाहर के देश भारत के शिक्षा मॉडल से कुछ चाह रहे हैं. अफगानिस्तान के शिक्षा मंत्री दिल्ली आए और दिल्ली का शिक्षा मॉडल देखकर गए, मलेशिया के शिक्षा मंत्री भी भारत आए, और दिल्ली का शिक्षा मॉडल देख कर गए. मनीष सिसोदिया ने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा दिल्ली में हेप्पीनैस क्लासेज़ का जो आयोजन किया गया है, पूरी दुनिया में उसकी तारीफ हो रही है. आज दुनिया भर के पत्रकार भारत आकर हेप्पिनैस क्लासेज़ पर लेख छाप रहे हैं. कैम्ब्रिज यूनिवर्सिटी तो हेप्पिनैस क्लासेज़ पर पीएचडी कर रही है कि दिल्ली में जो हेप्पिनैस क्लासेज़ शुरू हुई हैं उसके क्या परिणाम निकल कर आ रहे हैं.



मनीष सिसोदिया ने कहा कि मैं एक शिक्षा से संबंधित सम्मेलन के लिए आस्ट्रिया जाने वाला था. वहां पर दुनिया भर से शिक्षा पर शोध कर रहे बड़े बड़े बुद्धिजीवियों को शामिल होना था. वहां मुझे दिल्ली का शिक्षा मॉडल प्रस्तुत करना था. अगर मैं दिल्ली का शिक्षा मॉडल वहां रखूंगा तो मैं भारत को ही प्रस्तुत करूंगा, लेकिन मोदी जी की दिल्ली सरकार के प्रति नफरत इस कदर है कि वो देश के सम्मान को ताक पर रखकर आम आदमी पार्टी और उनके सदस्यों के प्रति अपनी नफरत को सर्वोपरि मानते हुए मुझे ऑस्ट्रिया जाने की अनुमति नहीं दे रहे. मोदी जी का मंत्रालय मुझे विदेश जाने की अनुमति नहीं दे रहा, ताकि में वहां जाकर भारत का शिक्षा मॉडल दुनिया के सामने रख सकूं और देश का गौरव बढ़ा सकूं. इन सबसे भी बड़ी हैरानी की बात ये है कि जब मैंने विभाग से पूछा कि क्या वजह है मुझे अनुमति नहीं देने की तो मोदी जी का मंत्रालय कोई जवाब नहीं दे पाया. सिसोदिया ने कहा कि कुछ दिन पहले इसी प्रकार से जब सत्येन्द्र जैन को ऑस्ट्रेलिया ने दिल्ली के मोहल्ला क्लिनिक का मॉडल दुनिया के सामने प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया था, तब भी मोदी सरकार ने पॉलिटिकल क्लियरेंस देने से मना कर दिया था. ...