पीसीआर पुलिसकर्मियों ने कृत्रिम सांस देकर बचाई युवक की जान

REPORTED BY :- प्रिती गौतम 



विकास कुमार



किशन स्वरूप


नई दिल्ली : किसी हादसे के समय पीड़ित को घटनास्थल से अस्पताल तक पहुंचाने का काम तो हर पुलिसकर्मी करता होगा I लेकिन इससे एक कदम आगे बढ़कर उसको मौके पर  ही उपचार करने और जान बचाने वाले पुलिसकर्मी  कम ही मिलते हैं। जांबाजी और सूझबूझ की ऐसी ही मिसाल पेश की है। पीसीआर पुलिस कंट्रोल रूम में तैनात दो कर्मचारियों ने जिन्होंने घटना स्थल पर ही पीड़ित को कृत्रिम सांस सीपीआर देकर उसको मौत के मुंह में जाने से बचा लिया I बाद में उसे राव तुला राम अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां उसकी स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है। घटना पश्चिमी दिल्ली के दीनपुर गांव की है। पीसीआर के पुलिस उपायुक्त ने बताया कि शुक्रवार आधी रात सूचना मिली थी I दीनपुर गांव में डिस्पेंसरी के समीप एक 28 वर्षीय युवक ने अपने घर में फांसी लगा ली है। परिजनों ने उधर  उसे नीचे उतारा उधर इलाके में तैनात पीसीआर कर्मी कांस्टेबल विकास कुमार और ड्राइवर किशन स्वरूप कुछ ही मिनटों में घटनास्थल पर पहुंच गए। उन्होंने देखा कि युवक ने शराब पी रखी है और अचेत हो चुका है। वह सांस लेने की कोशिश कर रहा था। विकास ने जब उसकी कलाई पकड़ी तो उसकी नब्ज चल रही थी। ऐसे में उन्होंने बिना समय गवाएं आपात स्थिति में दिए जाने वाले प्राथमिक उपचार को ध्यान में रखते हुए उसे कृत्रिम सांस देनी शुरू की। कुछ ही क्षणों में युवक की सांस वापस आ गई। इसके बाद दोनों ने उसे अस्पताल ले जाकर भर्ती कराया।   पीसीआर के पुलिस उपायुक्त ने कहा दोनों पीसीआर कर्मचारियों ने जिस तरह से तत्परता दिखाते हुए युवक की जान बचाई में काबिले तारीफ है उनका यह प्रयास अन्य पुलिस वालों के लिए भी प्रेरणा का काम करेगा दोनों पीसीआर कर्मियों को इनाम देने की योजना है। वे वाकई  इसके हकदार हैं।