उत्तर कुमार की झलक पाने को बेताब दिखे प्रत्येक आयु वर्ग के नागरिक...

Reported by-चेल्सी रघुवंशी


रागनी, स्वांग व लोकगीतों आदि से मनोरंजन का चलन ग्रामीण क्षेत्रों में सदियों से रहा है। सर्दियों की शाम हो या गर्मियों की दोपहर सामूहिक रूप से ग्रामीणों द्वारा अपनी सँस्कृति के अनुरूप ही मनोरंजन करने की परंपरा भी पुरानी है। बदलते समय के साथ हुए परिवर्तन ने ग्रामीण जीवन शैली में बदलाव के संकेत भले ही दिए हों, किन्तु अपनी संस्कृति से जुड़ाव हमेशा ही सुखद होता है। इसी प्रयास में जुटे एक नौजवान उत्तर कुमार ने चकाचौंध से बहुत सादगी के साथ ग्रामीण परिवेश को उसके असली रंग में  ही पहले पर्दे पर उतार दिया। शुरुआत में जोखिम सा लगने वाले इस कार्य को ऊर्जा उस समय मिली जब 'धाकड़ छोरा"' ने सफलता की बुलंदियों को छूआ। धाकड़ छोरा की सफलता के बाद उत्तर कुमार की पहचान देहाती फिल्मों के प्रसिद्ध हीरो के रूप में होने लगी।इसी क्रम में उत्तर कुमार ने अनेक फिल्मों में सफल अभिनय के साथ साथ सामाजिक समरसता को भी सफलता पूर्वक प्रदर्शित किया है। उत्तर कुमार की फ़िल्म मास्टर की शूटिंग इन दिनों मोरना-भोपा क्षेत्र में चल रही है। जिसे लेकर ग्रामीणों में भारी उत्साह देखने को मिला है।


मास्टर  फ़िल्म में पिता का किरदार निभा रहे कृषि नज़र अख़बार के सम्पादक विकास बालियान ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र के अलावा समाज का एक बड़ा वर्ग सादगी में विश्वास रखता है। जिस माहौल में वह रहता है, उसी प्रकार के चरित्रों को वह पसंद भी करता है। यही वजह उत्तर कुमार की फिल्मों को हिट कराती है। मास्टर फ़िल्म भी दर्शकों का भरपूर मनोरंजन करने में कामयाब होगी। फ़िल्म के डायरेक्टर दिनेश चौधरी, हीरो उत्तर कुमार, हीरोइन सपना चौधरी सहित अन्य सदस्य देवांशी, सुधांशी, देव शर्मा, राजीव सिरोही, चमन सिंह, उषा आदि मोरना भोपा के शान्त वातावरण व ग्रामीणों से मिल रहे स्नेह को लेकर गदगद हैं।