युवाओं को नौकरी देना भी देशभक्ति :- मनीष सिसोदिया...

Reported by : संदीप कुमार 



पूर्वी दिल्ली : इस बात का गर्व है कि देश की सीमा पर जान देने वाले बहुत हैं, लेकिन देश के लिए जान देना ही देशभक्ति की परिभाषा नहीं है। देश में लाखों बेरोजगार युवाओं को नौकरी देना भी देशभक्ति है। देश को जान देने वाले भी चाहिए और नौकरियां देने वाले भी। एक तो सैनिक सीमा पर खड़ा होकर देश के नागरिकों की रक्षा कर रहा है और दूसरा बेरोजगार होने के कारण युवा देश के अंदर खुदकशी कर रहा है, क्या यह उस फौजी की कुर्बानी का अपमान नहीं है जो हमारी रक्षा कर रहा है। नौकरी देने वाले नहीं होंगे तो यह देश कहां जाएगा। देशभक्ति अभी तक जान देने तक सीमित है, इस परिभाषा को बदलो और युवाओं को नौकरियां दो। केवल जान देने से काम नहीं चलेगा।....



 


ये बातें दिल्ली उपमुख्यमंत्री व पटपड़गंज विधायक मनीष सिसोदिया ने शुक्रवार को मंडावली स्थित राजकीय स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह में कही। उन्होंने विद्यार्थियों को देशभक्ति का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि उदाहरण के तौर पर अगर कोई अधिकारी कहता है कि मैं देश के लिए जान दे दूंगा और दूसरी तरफ वह लोगों से रिश्वत लेता रहे तो उसकी देशभक्ति किसी काम की नहीं। देशभक्ति वह होती है जिसमें ईमानदारी हो। देशभर में चिंतन हो रहा है कि बेरोजगार युवाओं को किस तरह से रोजगार दिया जाए। भारत माता की जय का नारा लगाने का सबसे पहला हक सफाई कर्मचारियों को मिलना चाहिए।