Reported by :- सन्नी गुप्ता
पूर्वी दिल्ली : प्रसिद्ध गायिका फाल्गुनी पाठक के एल्बम का गाना मैंने पायल है छनकाई, अब तो आ जा तू हरजाई.. जैसे ही अस्पताल के वार्ड में बजा मरीज से लेकर स्टाफ, डॉक्टर और दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन भी झूम उठे। आमतौर पर वार्ड के अंदर का तनाव भरा माहौल अचानक परिवर्तित हो गया, वहां सब संगीत की धुन पर थिरकने लगे। संगीतमय माहौल में मरीज अपना दर्द भूल गए। यह बदला हुआ माहौल था दिलशाद गार्डन स्थित गुरु तेग बहादुर (जीटीबी) अस्पताल के जच्चा वार्ड का।
अस्पताल की नई बिल्डिंग में तीसरी मंजिल पर बने जच्चा-बच्चा वार्ड में स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक सुनील कुमार गुरुवार को सुबह पौने बारह बजे पहुंच गए। तब तक अस्पताल के स्टाफ और एमबीबीएस की छात्रओं ने भी मोर्चा संभाल लिया। प्रत्येक मरीज के पास महिला स्टाफ खड़ी हो गई थीं। कुछ देर की चर्चा के बाद वार्ड में म्यूजिक सिस्टम चलने लगा। गाना बजते ही एक तरफ से अस्पताल स्टाफ ने डांस करना शुरू किया। इसके बाद सभी मरीज व स्टाफ डांस करने लगे।
इस बीच वार्ड में मौजूद मंत्री सत्येंद्र जैन भी खुद को नहीं रोक सके और उन्होंने डांस करना शुरू किया। उन्हें देख चिकित्सा अधीक्षक सहित अन्य डॉक्टरों व स्टाफ भी थिरकने लगे। पूरा वार्ड डांस फ्लोर के रूप में परिवर्तित हो गया। ऐसा माहौल पांच मिनट तक ही रहा, लेकिन इस थिरकन ने मौजूद सभी लोगों के चेहरे को दमका दिया था।
अस्पताल के इस बदले माहौल को देख स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन खुशी से फूले नहीं समा रहे थे। उन्होंने कहा कि इस माहौल को देखने की तमन्ना अरसे से थी, जो अब साकार हुआ है। उन्होंने बताया कि कैंसर, मधुमेह आदि गंभीर बीमारियां प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष तरीके से हमारे दिमाग पर असर करती हैं। मरीज तनाव में आकर और अधिक बीमार हो जाता है। इस हैप्पीनेस थेरेपी के जरिये वह तनाव से मुक्त हो जल्दी ठीक हो सकते हैं। यह थेरेपी मरीज के साथ-साथ डॉक्टर व स्टाफ को भी तनावमुक्त करेगा। उन्होंने बताया कि अमेरिका व ब्राजील जैसे कई देशों के अस्पतालों में इस तरह की थेरेपी का इस्तेमाल होता है जो काफी फायदेमंद रहा है।
अस्पताल के गंभीर और बोङिाल माहौल में खुशियां उड़लने के लिए दिल्ली सरकार ने पहली बार इस तरह का प्रयोग किया है। दिल्ली के सरकारी स्कूलों में हैप्पीनेस क्लासेज की सफलता के बाद अस्पताल में हैप्पीनेस थेरेपी शुरू की गई है। धीरे-धीरे यह थेरेपी अन्य अस्पतालों में होगी। अस्पताल के सभी में वार्डो में दिन में दो से तीन बार 10 से 15 मिनट के लिए म्यूजिक सिस्टम बजेगा और सभी डांस करेंगे।