भारत को चाहिए एक निर्णायक पीएम : वित्त मंत्री अरुण जेटली

नई दिल्ली : भारत को स्पष्ट जनादेश के साथ एक निर्णायक प्रधानमंत्री की जरूरत है न कि एक बेमेल गठबंधन के संग घुमक्कड़ नेतृत्व की। उन्होंने कहा कि भारत विश्व में सर्वाधिक तेज विकास दर वाली प्रमुख अर्थव्यवस्था बन गया है और वह जीडीपी की सात-साढ़े सात प्रतिशत वृद्धि दर से संतुष्ट नहीं है। देश आठ प्रतिशत विकास दर के बैरियर को तोड़ना चाहता है।



वित्त मंत्री अरुण जेटली ने मंगलवार को फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘अगर भारत को यह हासिल करना है तो प्रधानमंत्री कौन होना चाहिए? क्या वह व्यक्ति ऐसा होना चाहिए, जिसे उसके प्रतिद्वंद्वी सिर्फ इस आधार पर समर्थन दे रहे हैं कि वे एक विरोधी को नापसंद करते हैं या फिर भारत को स्पष्ट जनादेश के साथ ऐसा प्रधानमंत्री चाहिए जैसा कि 2014 में मिला।’ जेटली ने कहा कि सिर्फ ऐसा प्रधानमंत्री ही विकास कर सकता है और देश की आकांक्षाओं को संतुष्ट कर सकता है। लोकसभा चुनाव 2019 से पहले भाजपा के विरुद्ध एकजुट होकर विपक्षी पार्टियों की महागठबंधन बनाने की कवायद पर परोक्ष कटाक्ष करते हुए जेटली ने यह बात कही। जेटली ने कहा कि विकास सुनिश्चित करने के लिए निर्णायक नेतृत्व, नीतिगत एकरूपता और एक मजबूत और स्थिर सरकार जरूरी है न कि एक बेमेल गठबंधन, जिसका नेतृत्व घुमक्कड़ हो, कितने दिन चलेगा, उस पर संदेह हो।



यूपीए-2 से बेहतर रही विकास और महंगाई दर:‘राजनीतिक स्थिरता, निर्णायक नेतृत्व और एक स्पष्ट जनादेश: विकास से उनका संबंध’ शीर्षक से लिखे ब्लॉग में जेटली ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में 2014-15 से 2018-19 के बीच विकास दर 7.3 प्रतिशत है जबकि यूपीए-1 में यह 6.9 प्रतिशत और यूपीए-2 में 6.7 प्रतिशत थी। पिछले साल किडनी ट्रांसप्लांट के बाद वित्त मंत्री अरुण जेटली मेडिकल चेकअप के लिए अमेरिका गए हैं। सूत्रों के मुताबिक वह रविवार रात को ही अमेरिका रवाना हो गए थे। उनके सप्ताह के अंत तक लौटने की उम्मीद है। किडनी ट्रांसप्लांट के बाद यह उनकी पहली विदेश यात्र है। उन्हें पिछले साल अप्रैल में एम्स में भर्ती कराया गया थ, जहां पर वह डायलिसिस पर थे। बाद में 14 मई 2018 को उनका किडनी ट्रांसप्लांट हुआ था।