चांदनी चौक के पुनर्विकास में सुरक्षा और प्रदूषण मानकों की अनदेखी....

नई दिल्ली : चांदनी चौक के पुनर्विकास में सुरक्षा व प्रदूषण मानकों की अनदेखी हो रही है। इस कारण लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। यहां 1 दिसंबर से पुनर्विकास का काम चल रहा है।



इसमें लटकते तार से चांदनी चौक को मुक्ति दिलाने के लिए इन्हें भूमिगत करने का काम चल रहा है। इसी तरह सीवर व पीने के पानी की समस्या को दूर करने के लिए पाइप लाइनों को बदला जा रहा है। इसके लिए बड़े पैमाने पर खोदाई का काम चल रहा है। लंबे समय से मांग करने के बाद इस काम के शुरू होने से चांदनी चौक के दुकानदारों में हर्ष है, पर जिस तरह से इस काम में लापरवाही बरती जा रही है, उससे दुकानदारों में ही चिंता का माहौल है।


हिन्दुस्तानी  मर्केटाइल एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सुरेश बिंदल कहते हैं कि निर्माण स्थल पर औपचारिकता के लिए ही बैरिकेडिंग है। यहां तक कि सड़क को पार करने के लिए मुकम्मल रास्ते नहीं हैं। लोग उसी बीच से ही गुजर रहे हैं। निर्माण कार्य को देखते ही लोगों को पैदल चलने के लिए दोनों तरफ रास्ता छोड़ा गया है पर ई रिक्शा पर कोई लगाम नहीं है। ये खोदाई वाले स्थल से ही गुजर रहे हैं। इस कारण कोई बड़ा हादसा हो सकता है। ¨बदल ने आरोप लगाया कि पुनर्विकास परियोजना में मानकों का ख्याल नहीं रखा जा रहा है। इसलिए निकाली गई मिट्टियां बाहर ही छोड़ दी जा रही है। यहां तक कि नियमित छिड़काव भी नहीं हो रहा है। इस कारण धूल उड़ने से प्रदूषण बढ़ गया है।


चांदनी चौक सर्व व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय भार्गव ने कहा कि काम तेजी से चल रहा है। यह अपने लक्ष्य से भी आगे है, लेकिन तय मानकों को पूरा नहीं किया जा रहा है। हालांकि, गत दिनों बैठक में कार्यदायी एजेंसी लोक निर्माण विभाग ने आश्वस्त किया है कि समुचित बैरिकेड्स लगाए जाएंगे और लोगों को सड़क पार करने के लिए निश्चित दूरी पर अस्थायी पुल बनाए जाएंगे।


वैसे, दर्द ए दिल्ली समाचार पत्र  निरीक्षण के दौरान खामियों की भरमार मिलती है। अभी भी अस्थायी पुल मात्र एक बना मिला, जबकि बाकी स्थानों पर ऐसे ही गड्ढों से पार करने के लिए लोहे की शीट डाल दी गई है। अधिकतर जगह बैरिकेड्स नहीं हैं। गड्ढे खुले मिले। इस बारे में शाहजहानाबाद पुनर्विकास निगम (एसआरडीसी) के नोडल अधिकारी नितिन पाणिग्रही ने कहा कि सिविक एजेंसी ने खोदाई का काम शुरू करने से पहले सारे इंतजामों का भरोसा दिया था। वे जल्द जल बोर्ड व बिजली वितरण कंपनियों को जरूरी इंतजाम करने को कहेंगे।