कुंभ में स्वच्छता को आगे बढ़ाने का लें संकल्प: रामनाथ कोविंद

संवाददाता :- रेनुका राजपूत 


कुंभनगर


दुनिया के सबसे बड़े मेले में पहुंचे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गुरुवार को लोगों को स्वच्छता की अलख जगाने का संदेश दिया। कहा कि यह सुखद संयोग है कि कुंभ के साथ महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती भी मनाई जा रही है। गांधीजी ने पूरे देश को स्वच्छता का संदेश दिया था। लोग इस कुंभ में स्वच्छता को आगे बढ़ाने का संकल्प लें।



कुंभ का प्रथम स्नान पूर्ण होने के दो दिन बाद यहां पत्नी सविता को¨वद व बेटी के साथ आए राष्ट्रपति रामनाथ को¨वद संगम पर पूजा-अर्चना के बाद अरैल स्थित परमार्थ निकेतन आश्रम में गांधी पुनरुत्थान शिखर सम्मेलन में पहुंचे। बोले, गांधीजी ने स्वच्छता का संदेश देने के लिए हरिजन सेवा संघ का गठन किया था। वह देश की आजादी के लिए लड़ाई के साथ स्वच्छता के अभियान को भी प्राथमिकता देते थे। गांधीजी कहते थे कि स्वच्छता देखनी है तो लोगों के घरों के टॉयलेट में जाकर देखें। उनका मानना था कि स्वच्छता परिवार से जुड़ी होती है।राष्ट्रपति ने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि देश के प्रथम राष्ट्रपति राजेंद्र प्रसाद के बाद उन्हें कुंभ में शामिल होने का अवसर मिला। कुंभ मानवता के मिलन का स्थल है। कुंभ आस्था का चुंबक है, जो लोगों को अपनी ओर खींच लाता है। यही कुंभ को अनूठा बनाता है। इसके पहले वहां परमार्थ निकेतन में राष्ट्रपति ने पत्नी एवं बेटी के साथ वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच यज्ञशाला में आहुति दी और पूजन किया। वेदपाठी छात्रों ने वैदिक मंत्रोच्चारण और शंखनाद से स्वागत किया।परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद ने कहा कि वह 1965 से कुंभ में आ रहे हैं। इस बार गंगा स्वच्छता को काम बेहतर तरीके से हुआ है। हरिजन सेवा संघ के अध्यक्ष प्रो. शंकर सन्याल ने कहा कि कुंभ में गांधी के आदर्शो को लाना सराहनीय कार्य है।


इस मौके पर राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जूना अखाड़ा के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरि, अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि, विभिन्न अखाड़ों के प्रतिनिधि, नगर विकास मंत्री सुरेश खन्ना, स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह आदि मौजूद थे।