माया-अखिलेश की प्रेस कॉन्फ्रेंस मायावती बोलीं- बीजेपी घोर जातिवादी, देश के लिए हम फिर एक साथ आए

Reported by :- चेल्सी रघुवंसी 


लखनऊ:  लोकसभा चुनाव 2019 की तैयारियों में उत्तर प्रदेश में सपा और बसपा पूरी तरह से जुट गई है और आज मायावती और अखिलेश यादव सपा-बसपा गठबंधन (SP-BSP Alliance) का औपचारिक ऐलान कर रहे हैं. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बीएसपी सुप्रीमो मायावती आज दोपहर 12 बजे एक साझा प्रेस कॉन्फ़्रेंस करने के लिए एक साथ पहुंचे और गुलदस्ते से एक-दूसरे का स्वागत किया. सपा-बसपा के साथ आरएलडी, ओपी राजभर की सुहेलदेव समाज पार्टी और कृष्णा पटेल वाला अपना दल भी होगा. ख़बरों के मुताबिक़ बसपा-37, सपा-36, आरएलडी-3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी. वहीं एक सीट ओपी राजभर और एक सीट अपना दल को मिलेगा. हालांकि, आरएलडी 5 सीटों की मांग कर कर रही है. कांग्रेस की परंपरागत सीट अमेठी और रायबरेली में महागठबंधन कोई उम्मीदवार नहीं उतारेगा. सूत्रों के हवाले से ख़बर है कि अजित सिंह की आरएलडी ने पांच सीटें मांगकर गठबंधन का पेंच फंसा दिया है. ये पांच सीटें हैं. हाथरस, मथुरा, कैराना, बागपत, मुज़फ़्फ़रनगर. 



- मायावती बोलीं- बीजेपी घोर जातिवादी, सांप्रदायिक है. पीएम मोदी और अमित शाह की नींद उड़ जाएगी. 1993 में भी हमारा गठबंधन हुआ था, मगर कुछ कारणों से हमें अलग होना पड़ा था.


- लखनऊ गेस्ट हाउस कांड से देशहित के मुद्दे को ऊपर रखते हुए हमने गठबंधन करे का फैसला किया है. यही वजह है कि हम फिर से देश के लिए एक साथ आए हैं. 


-मायावती ने सपा-बसपा गठबंधन का ऐलान किया और कहा कि 25 साल बाद हम दोनों पार्टियां एक बार फिर से साथ आए. 


-गठबंधन के औपचारिक ऐलान से पहले ही जगह-जगह अलग-अलग तरह के पोस्टर दिख रहे हैं. 



2014 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश की 80 सीटों में से भारतीय जनता पार्टी गठबंधन ने 73 सीटें जीती थीं और इस बार उसके नेता 73 से ज्यादा सीटें जीतने का दावा कर रहे हैं. बसपा-सपा और रालोद ने साथ मिलकर उपचुनाव लड़ा था जिसमें मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की गोरखपुर सीट और उप मुख्यमंत्री की फूलपुर सीट से सपा प्रत्याशियों को जीत मिली थी. जबकि कैराना सीट पर रालोद प्रत्याशी ने भाजपा से यह सीट छीनी थी.    बसपा सुप्रीमो मायावती गुरुवार शाम दिल्ली से लखनऊ पहुंची. पहले यह अनुमान लगाया जा रहा था कि वह 15 जनवरी को अपने जन्म दिन के दिन महागठबंधन की साझा प्रेस कांफ्रेंस कर सकती है लेकिन अब जन्म दिन के तीन दिन पहले ही इस प्रेस कांफ्रेस का आयोजन किया जा रहा है.