मंत्री के आदेश पर रेलवे अधिकारियों ने अंडरपास निर्माण प्रक्रिया शुरू की

Reported by :- प्रिया शर्मा 


दिल्ली: जखीरा - प्रेमनगर को जोड़ने वाले रेलवे क्रासिंग पर अंडर पास का निर्माण कार्य शीघ्र शुरू होगा। इसके लिए स्थानीय सांसद मीनाक्षी लेखी ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल को वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए इसका निर्माण शीघ्र किए जाने का आग्रह किया था। मंत्री के आदेश पर रेलवे अधिकारियों ने प्रक्रिया शुरू कर दी है।



बता दें अंडरपास निर्माण के लिए तत्कालीन सांसद अजय माकन ने 24 फरवरी 2014 को शिलान्यास किया था जो 129 करोड़ की लागत से बनना था, मगर अंडरपास का कार्य अभी तक शुरू नहीं हो पाया, जिसके कारण जखीरा एवं प्रेमनगर के लोग बहुत परेशान हैं। प्रेमनगर एवं जखीरा में आने जाने के लिए केवल यही एक मार्ग है। यहां क्रॉसिंग पर आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं, जिससे अब तक कई लोगो को जान से हाथ धोना पड़ है। इसके लिए प्रेमनगर, बलजीत नगर, नेहरू नगर व जखीरा क्षेत्र के लोगों ने रेल प्रशासन के खिलाफ कई बार प्रदर्शन किया, प्रदर्शन के दौरान आश्वासन भी मिला लेकिन कुछ नहीं हो पाया। करीब तीन साल पहले यह मसला तत्कालीन रेल मंत्री सुरेश प्रभु के दरबार में भी पहुंचा था। जखीरा इलाके की झुग्गी बस्ती में जन सुविधाएं प्रदान करने के लिए अनुमति देने की मांग करते हुए क्षेत्र के विभिन्न लोगों ने रेल मंत्री से मुलाकात की थी। एडवोकेट प्रवीण कुमार कविया के नेतृत्व में मंत्री से मिलने वालों में रामा रोड़ जखीरा व्यापार मंडल से हरीश बंसल , नव युवक आदर्श प्रेमनगर एसोसिएशन से वीरेंद्र प्रताप सिंह, एस.बी.एम यूथ क्लब से जगदीश गोस्वामी एवं हरीशचंद्र जोशी शामिल थे, मगर नतीजा ढाक के तीन पात।


करीब एक वर्ष पहले स्थानीय सांसद मीनाक्षी लेखी व स्थानीय पार्षद सुनीता मिश्र ने रेल मंत्री को जानकारी दी थी कि मोतीनगर विधानसभा के अन्तर्गत आने वाला जखीरा झुग्गी बस्ती क्षेत्र में कई महीनों से गंदे पानी व साफ- सफाई की सुचारू व्यवस्था न होने से लोग परेशान हैं। घरों में पानी भर गया है, नालियां टूटी पड़ी हैं। इस क्षेत्र में कभी भी महामारी फैल सकती है, जो अन्य इलाकों को भी अपनी चपेट में ले सकती है।


मौके पर भी विभिन्न विभाग दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड, स्लम विभाग, जिला उपायुक्त एवं नगर निगम के अधिकारियों को लाकर वस्तुस्थिति दिखाई गई। अधिकांश विभागों के अधिकारियों ने रेलवे से इजाजत न मिलने का हवाला देकर काम करने से पल्ला झाड़ लिया था।


इसके पश्चात फिर रेल मंत्री ने इन तमाम लोगों की मौजूदगी में हुई बैठक में रेलवे अधिकारियों को समस्या के समाधान के लिए निर्देश भी दिए, जिनमें रेलवे क्रॉसिंग पर अंडरपास या फुटओवर ब्रिज का निर्माण करना भी शामिल था। अंडरपास के निमार्ण से क्षेत्र के लोगों को काफी सहूलिय होगी।