reported by :- संदीप कुमार
नई दिल्ली : भाजपा ने दिल्ली सरकार पर स्कूलों में चुनावी सभाओं का आयोजन करके छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों का राजनीतिक दुरुपयोग करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। मंगलवार को दिल्ली प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी ने प्रदेश कार्यालय में प्रेस वार्ता कर कहा कि मुख्यमंत्री स्कूलों को चुनाव प्रचार का माध्यम बना रहे हैं। वह स्कूलों में कार्यक्रम आयोजित करके छात्रों पर दबाव डाल रहे हैं कि वे अपने अभिभावकों को नरेंद्र मोदी को वोट नहीं देने के लिए कहें।
तिवारी ने कहा कि दिल्ली के लोगों ने बड़ी उम्मीद के साथ 70 में से 67 सीटें देकर अर¨वद केजरीवाल को सत्ता पर काबिज किया था। लोगों को उम्मीद थी कि आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार विकास के लिए काम करेगी, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। लोगों में इस सरकार को लेकर आक्रोश है। यही कारण है कि निगम चुनाव में आप को 272 में से 67 सीटें भी नसीब नहीं हुईं। अन्य राज्यों में भी आप उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो रही है। उसे नोटा से भी कम वोट मिल रहे हैं। आप ने पांच सौ नए स्कूल बनाने का वादा किया था, लेकिन एक भी स्कूल नहीं बना। केजरीवाल 11 हजार कमरे बनाने का शिलान्यास तो कर रहे हैं, लेकिन शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो रही है। उन्हें बताना चाहिए कि बच्चों को पढ़ाएगा कौन। पहले आप सरकार अभिभावकों का विवरण इकट्ठा कर रही थी, जिसपर चुनाव आयोग ने एतराज जताया था। अब स्कूली बच्चों के राजनीतिक दुरुपयोग को लेकर दिल्ली अभिभावक संघ की अध्यक्ष अपराजिता गौतम की शिकायत पर राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने सरकार को पत्र लिखकर नाराजगी जताई है।
उन्होंने कहा कि आप के आंतरिक सर्वे में यह बात सामने आई है कि दिल्ली में भाजपा जीत रही है। इससे हताश होकर आप के नेता संवैधानिक संस्थानों को निशाना बना रहे हैं। मुख्यमंत्री की कुर्सी की मर्यादा से खिलवाड़ किया जा रहा है।