राजधानी में छह कौशल केंद्रों में दाखिला प्रक्रिया शुरू...

Reported by :- प्रिंस सोलंकी 


पूर्वी दिल्ली के विवेक विहार आटीआइ में बने दिल्ली के पहले कौशल केंद्र के कार्यक्रम में दिल्ली के उपमुख्यमंत्री व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने शुक्रवार को दिल्ली के छह विश्व स्तरीय कौशल केंद्रों में दाखिला प्रक्रिया की शुरुआत की। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि विवेक विहार कौशल केंद्र में पढ़ने वाले सैकड़ों विद्यार्थी समाज में गर्व से कहते हैं कि वह दिल्ली के विश्व स्तरीय कौशल केंद्र में पढ़ते हैं। सिसोदिया ने कहा कि आज हर परिजन की इच्छा है कि उसके बच्चे का हर हाल में कौशल केंद्र में दाखिला हो जाए। उन्होंने कहा कि 49 दिनों की सरकार व बाद में सत्ता में आने पर आप सरकार ने घोषण की थी कि वह दिल्ली में 25 कौशल केंद्र बनाएगी, शुरुआती चरण में छह केंद्र बन चुके हैं।



 ऑनलाइन कर सकेंगे आवेदन:


सोमवार से विद्यार्थी इन केंद्रों में दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे, दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में बने छह केंद्रों में अलग-अलग विषयों में कुल 1120 सीटों पर दाखिले होने हैं। इन केंद्रों में संचालन अधिकारी, मुख्य प्रशिक्षक (मास्टर ट्रेनर), कार्यालय अधिकारी समेत स्टॉफ की भर्ती प्रक्रिया पहले से ही शुरू हो चुकी है। फरवरी तक यह प्रक्रिया पूरी हो जाएगी। मार्च के अंत में प्रशिक्षण सत्र शुरू होने की उम्मीद है। छात्रों ने कहा कि जिस तरह से टीवी में दिखाया जाता है कि कौशल विकास के नाम पर एक व्यक्ति हाथ में पेचकस लेकर काम कर रहा होता है, लेकिन दिल्ली के इन केंद्रों में ऐसा नहीं है। यहां विद्यार्थियों को हॉस्पिटालिटी ऑपरेटर, रिटेल सर्विस, बैंकिंग, डिजिटल मार्केटिंग, वेब डेवलपिंग विषय के बारे में पढ़ाया जाता है। यहां पर पढ़ने वाले बच्चों का 100 प्लेसमेंट होता है।



विद्यार्थी बोले आइआइटी से कम नहीं है विश्वस्तरीय कौशल केंद्र :


विद्यार्थियों का कहना है कि यह केंद्र भारतीय प्रौद्योगिक संस्थान (आइआइटी) से कम नहीं है। यहां विद्यार्थियों को किताबी ज्ञान से ज्यादा प्रायोगिक (प्रेक्टिकल) ज्ञान दिया जाता है। दुकान पर आने वाले ग्राहक को किस तरह से लुभाना है, किस तरह से अच्छा फैशन डिजाइनर बना जा सकता है। होटल में किस तरह से काम किया जाता है, वेबसाइट कैसे बनाई जाती है। इस तरह के रोजगारपरक डिप्लोमा कोर्स यहां कराए जाते हैं। छात्रों ने कहा कि इस वर्ष छह नए कौशल केंद्र खोले हैं। इनमें पढ़ाई के बाद छात्र खुद का रोजगार शुरू कर सकते हैं या फिर किसी निजी संस्थान में जॉब कर सकते हैं।