राजनीतिक इच्छाशक्ति से दिया दस फीसद आर्थिक आरक्षण: प्रधानमंत्री

अहमदाबाद : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ग्लोबल ट्रेड शो का उद्घाटन करने के बाद कहा कि सामान्य श्रेणी में आर्थिक रूप से पिछड़े दस फीसद लोगों को आरक्षण देने के लिए सरकार ने राजनीतिक इच्छाशक्ति के चलते संविधान में संशोधन किया ताकि आर्थिक आधार पर सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में आरक्षण मिल सके।



प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को सरदार वल्लभभाई पटेल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस एंड रीसर्च में 1500 बेड का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए कहा कि मौजूदा सामाजिक आरक्षण को छेड़े बगैर ही आर्थिक आधार पर आरक्षण दिया गया है। इस नए आरक्षण को इसी सत्र से देश के 900 विश्वविद्यालयों के 40 हजार कॉलेजों में दिया जाएगा। इसके लिए कॉलेजों में दस फीसद सीटें भी बढ़ाई जाएंगी। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार समाज के सभी तबकों को समान अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रधानमंत्री ने दावा किया कि पिछले साढ़े चार सालों में उनकी सरकार ने विभिन्न सेक्टरों में करोड़ों नौकरियां सृजित करने में सहायता की है। मोदी ने बताया कि सरदार वल्लभभाई पटेल संस्थान को आयुष्मान भारत योजना से जोड़ा जाएगा ताकि गरीब लोग नि:शुल्क चिकित्सा सुविधाएं हासिल कर सकें। उन्होंने कहा कि विगत सौ दिनों में ही सात लाख गरीब लोगों का प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज हुआ है। उन्होंने बताया कि यह पहला सरकारी अस्पताल होगा जिसमें हेलीपैड भी होगा।



प्रधानमंत्री ने इस वर्ष डॉ. विक्रम साराभाई की जन्मशती पर 1050 किलो वाली छह फीट की कांस्य की आदमकद प्रतिमा का साबरमती रिवरफ्रंट पर उद्घाटन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि बच्चों में वैज्ञानिक नजरिया विकसित करना डॉ.साराभाई के लिए असली श्रद्धांजलि है।


25 सेक्टरों के 16 पवेलियन: मोदी ने गांधीनगर में ग्लोबल ट्रेड शो का उद्घाटन कर उसके कई पंडालों का निरीक्षण किया। नौवें वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट-2019 का उद्घाटन वह शुक्रवार को करेंगे। ‘ग्लोबल ट्रेड शो’ का आयोजन गांधीनगर के एक प्रदर्शनी मैदान के दो लाख वर्गमीटर क्षेत्रफल में किया गया है। इसमें 25 औद्योगिक और बिजनेस सेक्टर अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। यहां विभिन्न श्रेणियों के 16 पवेलियन बनाए गए हैं। पहली ही बार अफ्रीकी देशों के उत्पादों का एक अलग पवेलियन है। यह ट्रेड शो 22 जनवरी तक चलेगा। आम जनता के लिए यह आखिरी के दो दिन यानी 21 और 22 जनवरी को खुलेगा। सरकार पहली बार इस ट्रेड शो में खरीदार और विक्रेताओं का आमना-सामना कराने के लिए बायर-सेलर मीट करा रही है। अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के लिए इसमें विशेष रूप से एमएसएमई सेक्टर के निर्माता शामिल होंगे। ट्रेड शो में 1500 ओवरसीज और घरेलू खरीदार आने की भी उम्मीद है। इससे गुजरात के सूक्ष्म, लघु और कुटीर उद्योगों को लाभ होगा। पाकिस्तान से कोई भी प्रतिनिधिदल नहीं आएगा।