रैन बसेरों का हाल देखने देर रात दौरे पर निकले मंत्री..

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नई दिल्ली : रैन बसेरों में व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए दिल्ली के शहरी विकास मंत्री सत्येंद्र जैन देर रात दौरे पर निकले। उनके साथ दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड के अधिकारी भी थे।



जैन ने गीता कालोनी से अपना दौरा शुरू किया। वे दांडी पार्क, सराय काले खां से होते हुए एम्स तक गए। रैन बसेरों का निरीक्षण किया, बेघरों को रैन बसेरों में मिल रहीं सुविधाओं का जायजा लिया। बातचीत के दौरान लोगों ने बताया कि उन्हें बेहतर सुविधाएं मिल रही हैं। सुबह चाय-नाश्ते की भी व्यवस्था की जाती है। उन्होंने कुल 25 रैन बसेरों को देखा। जैन को कहीं भी कोई शिकायत नहीं मिली। जैन ने एम्स के पास चल रहे रैन बसेरे में पाया कि वहां जगह कम पड़ रही है और लोगों की संख्या बढ़ रही है। जिस पर जैन ने एम्स रैन बसेरे की क्षमता बढ़ाने के आदेश दिए। उनके आदेश पर वहां दो और टेंट लगाए जाएंगे। जैन ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि सफदरजंग अस्पताल में पहले बेघरों के लिए व्यवस्था होती थी, जिसे बंद कर दिया गया। इसके अलावा धर्मशाला में भी सुविधा नहीं दी जा रही।



ठंड से मरने के बताए जा रहे आंकड़े फर्जी: ठंड से बेघर लोगों के मरने के लगाए जा आरोप पर दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) ने नाराजगी जताई है। इस बारे में डूसिब के मुख्य कार्यकारी अधिकारी शूरवीर सिंह ने प्रेसवार्ता कर कहा कि ठंड से अभी तक किसी भी व्यक्ति के मरने की बात सामने नहीं आई है। जो संस्था लोगों के ठंड से मरने की संख्या गिना रही है, वे फर्जी आंकड़े हैं। यह डूसिब की छवि खराब करने का प्रयास है। डूसिब ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई करेगी। डूसिब के सदस्य विपिन राय ने कहा कि जिन लोगों की मौत ठंड से बताने का प्रयास किया गया है वह लावारिस लाशों का डाटा है। यह गृह मंत्रलय की वेबसाइट पर उपलब्ध है।