written by :- चेल्सी रघुवंसी
नई दिल्ली : गणतंत्र दिवस के मद्देनजर सुरक्षा प्रबंधों को लेकर बुधवार को दिल्ली पुलिस मुख्यालय में अंतरराज्यीय समन्वय बैठक का आयोजन किया गया। इसमें दिल्ली समेत अन्य राज्यों की पुलिस ने आतंकियों से जुड़ी खुफिया जानकारी साझा करने पर जोर दिया। अंतरराज्यीय बदमाशों, संगठित गिरोह, अवैध हथियारों और करेंसी की तस्करी रोकने के लिए भी आपस में समन्वय बढ़ाने की बात कही गई। कई मामले को लेकर रणनीति भी बनाई गई। बैठक की अध्यक्षता दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक ने की।
बैठक में दिल्ली पुलिस के सभी वरिष्ठ अधिकारियों के अलावा हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, राजस्थान, बिहार, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ पुलिस के अधिकारी भी मौजूद थे। दिल्ली पुलिस के अतिरिक्त जन संपर्क अधिकारी एसीपी अनिल मित्तल के मुताबिक 26 जनवरी को दिल्ली में गणतंत्र दिवस के मुख्य समारोह में वीवीआइपी सहित दूसरे देश के बड़े नेता और प्रतिनिधि भी शामिल होंगे, इस दौरान किसी तरह की गड़बड़ी न फैले इसके मद्देनजर सभी को अलर्ट रहने की जरूरत है। दिल्ली की सीमा कई राज्यों से जुड़ी है, इसलिए अन्य राज्यों की पुलिस की सहभागिता से ही आतंक और अपराध पर पूरी तरह काबू पाया जा सकता है।पुलिस आयुक्त ने क्षेत्र में अपराध कम करने के लिए पुलिस की उपस्थिति बढ़ाने, गहन जांच, किरायेदारों का सत्यापन, गेस्ट हाउसों की जांच, साइबर अपराध पर नकेल कसने के लिए कैफे मालिकों को संवदेनशील बनाने, पुराने वाहन बेचने वालों पर नजर रखने और उन्हें सचेत किए जाने को चुनौती के रूप में लेने को कहा।समन्वय बैठक में मादक पदार्थ की तस्करी, मानव तस्करी, लापता बच्चे, नकली नोट और अवैध हथियारों की तस्करी आदि रोकने पर भी चर्चा हुई। इसमें दूसरे राज्यों से आए 25 पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया।