शिवराज सिंह चौहान ने महागठबंधन को बिना सेनापति वाली सेना व बिन दूल्हे की बारात बताया ..

Reported by :- चेल्सी रघुवंसी


नई दिल्ली : मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शिवराज सिंह चौहान ने महागठबंधन को बिना सेनापति वाली सेना व बिन दूल्हे की बारात जैसा बताया। वह रामलीला मैदान में दिल्ली प्रदेश भारतीय जनता युवा मोर्चा (भाजयुमो) की ओर से आयोजित युवा विजय संकल्प महारैली को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आगामी लोकसभा चुनाव को राष्ट्रवादी ताकतों और देश की सुरक्षा व मान-सम्मान से खिलवाड़ करने वालों के बीच का चुनाव बताकर युवा कार्यकर्ताओं को दिल्ली की सातों सीटें फिर से जीतने के लिए परिश्रम करने का संकल्प दिलाया। उन्होंने मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार के भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लगाते हुए कहा कि यह लंगड़ी सरकार कभी भी गिर सकती है। फिर से लोकसभा की 27 सीटें जीतने का दावा करते हुए उन्होंने कहा कि यह मत सोचना कि मामा कमजोर हो गया है।


शिवराज ने कहा कि यह सामान्य चुनाव नहीं है। यह चुनाव सिर्फ एक व्यक्ति को प्रधानमंत्री बनाने का नहीं है। यह चुनाव भ्रष्टाचार व कालाधन को पूरी तरह से खत्म करने, गरीबों की गरीबी दूर करने मां-बहनों का सम्मान बढ़ाने, नौजवानों को रोजगार देने, घुसपैठियों को बाहर निकालने, गौरवशाली व समृद्ध भारत के निर्माण का चुनाव है। इस चुनाव में एक तरफ नरेंद्र मोदी व अमित शाह के नेतृत्व में राष्ट्रवादी ताकतें हैं तो दूसरी तरफ देश को ठगने और बर्बाद करने वाले हैं, जो अपने स्वार्थ के लिए आपस में मिले हैं।



उन्होंने कहा कि देशभर में मोदी व भाजपा को मिल रहे समर्थन से डरकर खुद को बचाने के लिए कई पार्टियां एक साथ खड़ी दिख रही हैं। शनिवार को कोलकाता में भी कुछ ऐसा ही दृश्य था, 22 पार्टियों के नेता एक मंच पर दिख रहे थे। अर¨वद केजरीवाल भी वहां बैठे थे जो पहले पानी पी-पीकर कांग्रेस को गाली देते थे। केजरीवाल की पार्टी का तो जन्म ही दिल्ली में कांग्रेस के विरोध से हुआ था। उन्होंने कहा कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय और श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने जिस गौरवशाली, स्वाभिमानी और समृद्ध भारत के निर्माण की परिकल्पना की थी उसे अटल बिहारी वाजपेजी और लाल कृष्ण आडवाणी के बाद नरेंद्र मोदी आगे बढ़ा रहे हैं। मोदी व इन 22 दलों की तुलना नहीं हो सकती। अपने-अपने राज्यों में भ्रष्टाचार का रिकॉर्ड बनाने वाले लोग भारत का मान-सम्मान बढ़ाने वाले मोदी का सामना नहीं कर सकते हैं।