तालीम के बिना तरक्की मुमकिन नहीं : डॉक्टर जफरुल इस्लाम खान..
Reported by : kamal pawar

 

उत्तर पूर्वी जिला : उत्तर पूर्वी जिले के मुस्तफाबाद इलाके में सोफिया एजुकेशनल एंड वेलफेयर सोसायटी व दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग दिल्ली सरकार मिलकर अल्पसंख्यकों के लिए दिल्ली सरकार के द्वारा दी जाने वाली स्कीमों के लिए जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया I जिसमें दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के चेयरमैन डॉक्टर जफरुल इस्लाम खान मुख्य अतिथि, मास्टर शेर मोहम्मद, काशिम शमशी, हाजी जब्बार, हाजी नईम मलिक वशिष्ठ अतिथि मौजूद रहे I


 

सोफिया संस्था दिल्ली अल्पसंख्यक आयोग के उत्तर पूर्वी जिले के लिए सहयोगी संस्था है और पिछले सात सालों से लगातार आयोग के साथ मिलकर उत्तर पूर्वी दिल्ली में ही नहीं बल्कि पूरी दिल्ली में सरकारी स्कीमों को जन जन तक पहुंचा कर हजारों लोगों को  स्कीमों का फायदा दिल आ चुकी है दिल्ली सरकार की तरफ से स्कीमों को लेने के लिए एक जरूरी कागज आय प्रमाण पत्र बनना है जिसे इलाके के एसडीएम द्वारा बनाया जाता है इसके लिए सिर्फ तीन जरूरी कागजों की जरूरत पड़ती है आधार कार्ड, बिजली का बिल ,वोटर कार्ड और अपनी आय का एक स्वयं प्रमाणित एप्लीकेशन देना होता है I दिल्ली सरकार की ट्यूशन फीस वापसी की स्कीम के जरिए हजारों रुपए वापस लिए जा सकते हैं बस जानकारी ना होने की वजह से इन सभी स्कीमों से वंचित रह जाते हैं ऐसे में जरूरी है कि सामाजिक संगठनों को मिलकर आयोग के साथ काम करना चाहिए और सभी जरूरतमंदों को स्कीमों को दिलाने में मदद करनी चाहिए जो परिवार गरीबी रेखा के नीचे रहते हैं दिल्ली सरकार उनके बच्चों को प्राइवेट स्कूल में आठवीं तक मुफ्त शिक्षा दिलाने के लिए ईडब्ल्यूएस कैटेगरी में दाखिले चल रहे हैं और अब तक सोफिया करीब 300 से ज्यादा बच्चों का दाखिला ऑनलाइन कर चुकी है वह दिल्ली सरकार से फीस वापसी के करीब 200 से ज्यादा फार्म भरे जा चुके हैं I

 

डॉक्टर इस्लाम ने अपने संबोधन मैं काफी आयोग अल्पसंख्यकों जैसे मुस्लिम, क्रिश्चियन ,इसाई, सिख, पारशी,जैन , समुदाय के लिए बना है व इनके अधिकारों के लिए निरंतर काम करने व  उनके हक के लिए आवाज उठाने के लिए हमारी टीम काम करती है किसी भी समाज देश जाति समुदाय का विकास व जमीनी स्तर पर बदलाव बिना शिक्षा के संभव नहीं है जब तक हमारे समाज के बच्चे अच्छे स्कूलों में नहीं पड़ेंगे तब तक बदलाव लाना नामुमकिन है स्कीमों को हासिल करना हमारा हक है क्योंकि ये स्किमो का पैसा सरकार हमारे दिए हुए टेक्स से ही जरूरतमंदों को लौट आती है तो फिर हमें उन स्कीमों को लेने के लिए आगे आना चाहिए और अपने साथ-साथ दूसरों को भी बताना चाहिए जिससे स्कीमों को हासिल करके अपने बच्चों को बेहतर तालीम दिलाई जा सके I

 

अभी हमने करीब अलग-अलग इलाकों से 50 से ज्यादा एनजीओ को आयोग में शामिल किया है और अलग-अलग समुदाय के लोगों को मेंबर बनाया है जिससे ज्यादा से ज्यादा लोगों से संपर्क बनाया जा सके और आयोग उनकी परेशानियों को सुनकर उनका हल निकाल सके दिल्ली सरकार की स्कीमों के लिए हम जगह-जगह जागरूकता शिविर लगाकर उन्हें अपनी गैर सरकारी संस्थानों के साथ मिलकर जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं जिससे समय पर उनको लाभ दिलाया जा सके I

 

मास्टर शेर मोहम्मद ने कहां की उत्तर पूर्वी जिले में सोफिया संस्था लोगों को स्कीमों को दिला कर उनके बच्चों को पढ़ने में बहुत मदद कर रही है यहां पर करीब रोजाना 400 लड़कियां व महिलाएं अलग-अलग कोर्सों में पढ़ने आती हैं और उनको पढ़ने के बाद नौकरी व् काम दिलाने में मदद करती है यह संस्था इस इलाके के लिए मील का पत्थर साबित हो रही है I

 

सोहेल सैफी ने अपने संबोधन में कहा कि अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को चाहिए कि अलग अलग इलाके में संस्था के माध्यम से जागरूकता शिविर लगाए और लोगों को फायदा पहुंचाने में मदद करें जिंदगी में ऊंचाइयां हासिल करने के लिए पक्के इरादे का होना बहुत जरूरी है अपने लड़कियों को पढ़ाना हमारा मकसद नहीं हमारी जिद होनी चाहिए और पड़ोसी यदि आपको अपनी लड़की को पढ़ाने से रोके तो घर की महिलाओं को चाहिए की उनके खिलाफ आवाज उठाई प्रोग्राम का संचालन मशहूर शायर दानिश अयूबी ने किया I

 

इस मौके पर नदीम सरफराज पार्वती नसरीन अल्फिना,बबलू गोस्वामी ,मौलाना तनवीर ,वजाहत ,कादिर ,फिरोज सैफी ,आशु अंसारी ,दानिश अय्यूबी मौजूद रहे I