अभिभूत ज्योति बोलीं- कभी नहीं सोचा था कि ऐसा सम्मान मिलेगा

writeen by ;रेनुका राजपूत 


प्रयागराज कुंभ में जिन सफाईकर्मियों के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांव पखारे, उसमें शामिल ज्योति अंजू छत्तीसगढ़ के कोरबा की रहने वाली हैं। इस सम्मान से वह न केवल अभिभूत हैं, बल्कि उनके गांव के लोग भी खुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं। प्रधानमंत्री की इस सहजता को सामाजिक सद्भाव की दिशा में उठाया गया ऐतिहासिक क्षण बता रहे हैं। ज्योति भी कह रही हैं कि उन्होंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि उनको ऐसा सम्मान मिलेगा।



कोरबा के गेरवाघाट बस्ती की रहने वाली ज्योति कहती हैं कि उन्होंने सपने में भी नहीं सोचा था कि देश के प्रधानमंत्री उन्हें इस तरह सम्मानित करेंगे। प्रधानमंत्री ने हमारे काम की सराहना करते हुए कहा कि आपने अच्छा काम किया। मेला स्वच्छ रहा, कहीं गंदगी नहीं मिली। ज्योति का मायका इलाहाबाद में है। यही वजह से है कि वह अपने पति बबलू व देवर शनि के साथ के साथ कुछ माह से वहीं रह रही हैं। बबलू पुत्र रामप्रसाद का मूल घर मध्य प्रदेश के रीवा में है, पर कोरबा में लंबे अरसे से निवास कर मुड़ापार में एक ठेकेदार के अधीन कार्यरत रहे हैं। बबलू का बड़ा भाई राजू डीएवी स्कूल कोरबा में कार्यरत है। राजू एवं चाचा फूलचंद ने बताया कि ज्योति के पांव पखारने की खबर हमने अखबार में पढ़ी। हमें इस बात की खुशी है कि हमारे कार्य को सम्मान मिला है।