REPORTED BY : निकिता कश्यप
नई दिल्ली : दिल्ली सरकार कन्या भ्रूण हत्या रोकने के लिए मुखबिर योजना शुरू करेगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में बुधवार को हुई कैबिनेट की बैठक में इस योजना को स्वीकृति दे दी है। इस योजना के तहत लिंग की पहचान बताने वाले नर्सिंग होम व अल्ट्रासाउंड सेंटरों पर शिकंजा कसा जाएगा। भ्रूण लिंग जांच की जानकारी देने वाले को सरकार दो लाख तक का इनाम देगी इसमें 50 हजार की राशि मुखबिरी करने वाले को और डेढ़ लाख की राशि स्टिंग करने वाली महिला को दी जाएगी।स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पूर्व गर्भाधान और प्री-नेटल डायग्नोस्टिक तकनीक अधिनियम ,1994 के तहत इस इनाम योजना को मंजूरी दी गई है। इस योजना का उद्देश्य दिल्ली में लिंगानुपात को सुधारना है इसमें एनजीओ की भी मदद ली जाएगी। सटीक जानकारी देने वाले को ₹50 हजार की प्रोत्साहन राशि दी जाएगी।
दो किस्तों में मिलेगी राशि
भ्रुण हत्या में शामिल संस्था को पकड़वाने के लिए सहयोग करने वाली महिला को दिल्ली सरकार डेढ़ लाख रुपए का इनाम देगी ।इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि महिला के सहयोग से संस्थान को पकड़ने के लिए चलाए गए अभियान के सफल होने के बाद उस महिला को ₹50 हजार का इनाम दिया जाएगा। यह इनाम की पहली किस्त होगी वहीं आरोपित को पकड़वाने के बाद कोर्ट में महिला द्वारा बयान देने का आरोपी को सजा दिलाने के बाद महिला को इनाम की दूसरी किस्त एक लाख दी जाएगी। दिल्ली में नागरिक पंजीकरण प्रणाली के अनुसार वर्ष 2016 में पिछले साल की तुलना में लिंग अनुपात बेहतर होकर प्रति हजार 902 पर पहुंच गया है इससे पहले वर्ष 2001 में 809 से बढ़कर वर्ष 2008 में 1004 पहुंच गया था ।इसके बाद फिर लिंगानुपात में गिरावट आई। आप सरकार जनता की मदद से इसे और बेहतर करना चाहती है।