चिटफंड घोटाले पर ममता और केंद्र आमने-सामने...

REPORTED by :- प्रिया शर्मा


कोलकाता : सारधा चिटफंड घोटाले पर केंद्र की मोदी और पश्चिम बंगाल की ममता सरकार आमने-सामने आ गई हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर जांच कर रही सीबीआइ की टीम के रविवार शाम कोलकाता पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के लाउडन स्ट्रीट स्थित आधिकारिक निवास पर तलाशी व पूछताछ के लिए पहुंचने के बाद मामला नाटकीय ढंग से गरमा गया। सीबीआइ टीम को ‘डिटेन’ कर थाने ले जाया गया। कुछ देर बाद ही कोलकाता पुलिस ने निजाम पैलेस व साल्टलेक के सीजीओ कांप्लेक्स स्थित सीबीआइ दफ्तरों को घेर लिया। आनन-फानन में सीएम ममता बनर्जी पुलिस आयुक्त के आवास पहुंचीं और आला अफसरों के साथ बैठक की। इसके बाद मोदी-शाह की जोड़ी पर ‘राजनीतिक अत्याचार’ का आरोप लगाते हुए धर्मतल्ला के मेट्रो चैनल पर बेमियादी अनशन करने का एलान करके चली गईं। तीन घंटे बाद सीबीआइ अधिकारियों को छोड़ दिया गया। सीबीआइ के दोनों दफ्तरों से भी पुलिस हट गई। इसके कुछ देर बाद ही सीआरपीएफ के जवानों ने सीबीआइ के दफ्तरों को सुरक्षा में ले लिया।



बंगाल सरकार के रवैये के खिलाफ सीबीआइ सोमवार को सुप्रीम कोर्ट जा सकती है। प. बंगाल से लेकर ओडिशा तक फैले सारधा घोटाले की जांच सुप्रीम कोर्ट ने 2014 में सीबीआइ को सौंपी थी। 2500 करोड़ के इस घोटाले के आरोपितों के तृणमूल नेताओं से संबंध हैं। साथ ही रोज वैली घोटाले की जांच भी सीबीआइ कर रही है, जो 17000 करोड़ का है।


नोटिस पर नहीं पहुंचे थे :


सूत्रों के मुताबिक, पुलिस आयुक्त राजीव कुमार के खिलाफ पर्याप्त प्रमाण हैं। नोटिस भेजने पर भी वह पूछताछ के लिए हाजिर नहीं हुए थे। तब रविवार शाम छह बजे सीबीआइ के डीएसपी तथागत बर्धन के नेतृत्व में टीम उनके घर पहुंची। वहां तैनात पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोका। काफी देर प्रतीक्षा के बाद सीबीआइ टीम पार्क स्ट्रीट थाने पहुंची और पत्र दिया, लेकिन पुलिस ने राजीव का आवास दूसरे थाना क्षेत्र में होने का हवाला देकर उन्हें लौटा दिया। इसके बाद सीबीआइ के अधिकारी शेक्सपीयर सरणी थाने पहुंचे और कार्रवाई संबंधी दस्तावेज दिखाए।


सीबीआइ अफसरों से धक्का-मुक्की :


घंटेभर बाद अचानक डीसीपी के नेतृत्व में पहुंची पुलिस टीम ने राजीव के घर के बाहर खड़े सीबीआइ के डीएसपी तथागत बर्धन समेत 15 अफसरों व वाहन चालक को धक्का-मुक्की करते हुए गाड़ी में बैठा लिया। इसके बाद उन्हें शेक्सपीयर सरणी थाने ले जाकर बैठा दिया। सीएम के निर्देश पर तीन घंटे के बाद सीबीआइ अफसरों को छोड़ दिया गया।



राज्यपाल ने डीजीपी और मुख्य सचिव को तलब किया :


ममता के धरने पर बैठने के बाद तृणमूल समर्थक सड़कों पर उतर आए। सीबीआइ ने भी प. बंगाल के राज्यपाल केसरीनाथ त्रिपाठी से मिलने के लिए सोमवार को समय मांगा है। राज्यपाल ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। वहीं, प्रदेश भाजपा का प्रतिनिधिदल दिल्ली जाकर इस मामले में मुख्य चुनाव आयुक्त से मिलेगा।