एक्‍यूप्रेशर इलाज की ऐसी पद्धति है, जो शरीर के खास बिंदुओं को दबाकर रोग को दूर करने का कार्य करती है- पुष्पा गुलाटी

Reported by  : संदीप कुमार



पूर्वी दिल्ली-


आज के समय में लोग जिस प्रकार का जीवन व्यतीत कर रहे हैं उसके कारण वे बहुत सी बीमारियों का घर बनते जा रहे हैं। अमूमन देखने में आता है कि अपनी बीमारियों का इलाज करने के लिए लोग दवाइयों पर निर्भर रहते हैं और लंबे समय तक दवाइयों का सेवन आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक साबित होता है। ऐसे में अगर आप लोगों की बीमारी का इलाज बिना दवाई के ही प्राकृतिक तरीके से करना चाहते हैं तो आप बतौर एक्यूप्रेशर थेरेपिस्ट से ऐसा कर सकते हैं। यह एक ऐसा क्षेत्र है, जिसमें आप पैसे के साथ−साथ लोगों की दुआएं भी कमाते हैं। एक्यूप्रेशर शरीर के विभिन्न हिस्सों के महत्वपूर्ण बिंदुओं पर दबाव डालकर रोग के निदान करने की विधि है। चिकित्सा शास्त्र की इस शाखा का मानना है कि मानव शरीर पैर से लेकर सिर तक आपस में जुड़ा है। एक्यूप्रेशर एक प्राचीन चिकित्सा तकनीक है, जिसे चीनियों के द्वारा प्रतिपादित किया गया था। पैरों और तलवे में मौजूद ऐसे कई पॉइंटस हैं जिनकी मदद से कई रोगों का इलाज किया जा सकता है। 


एक्यूप्रेशर चिकित्सा क्या है  - 


शरीर के विभिन्न हिस्सों खासकर पैरों और पंजो के महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर दबाव डालकर विभिन्न रोगों का इलाज करने की विधि को एक्यूप्रेशर चिकित्सा पद्धति कहा जाता है। इस पद्धति के लगातार अध्ययनों के बाद मानव शरीर के दो हजार ऐसे बिंदु पहचाने गए है जिन्हें एक्यू पॉइंट कहा जाता है। जिस एक्यू पॉइंट पर दबाव डालने से उसमे दर्द हो उसे बार बार दबाने से उस जगह से सम्बंधित बीमारी ठीक हो जाती है।


एक्यूप्रेशर कैसे कार्य करता है? -


 हमारे शरीर पर मौजूद कुछ बिंदु ही कई रोगों का निदान करने की क्षमता रखते हैं। यदि इन बिंदुओं पर विशेष प्रकार से दबाव डाला जाए, तो यह कई रोगों के इलाज में मदद कर सकते हैं। एक्‍यूप्रेशर इलाज की ऐसी ही एक पद्धति है,जो शरीर के इन खास बिंदुओं को दबाकर रोग को दूर करने का कार्य करती है। यदि इसे किसी विशेषज्ञ की देखरेख में किया जाए, तो आमतौर पर इसके दुष्‍प्रभाव कम होते हैं।