एसीपी की पहल पर लोगों ने दो घंटे में जुटाए ढाई लाख रुपये..

 REPORTED by :- संदीप कुमार :-


पूर्वी दिल्ली : पुलवामा में आतंकी हमले में शहीद जवानों के प्रति हर आदमी अलग - अलग तरीके से संवेदना व्यक्त कर रहा है और आतंक के खिलाफ गुस्सा जाहिर कर रहा है।


वहीं नंदनगरी के एसीपी सुबोध कुमार गोस्वामी ने शहीदों के सम्मान के लिए अलग पहल की है। उन्होंने शहीद जवानों के परिवारों को आर्थिक मदद पहुंचाने के लिए ढाई घंटे के भीतर दो लाख से ज्यादा की रकम जुटाई है। एसीपी और उनके मातहत कर्मचारियों ने भी अपने वेतन से आर्थिक योगदान दिया है। इस रकम को शहीद जवानों के परिवारों की सहायता के लिए सरकार के पास जमा कराया जाएगा। दरअसल शुक्रवार को एसीपी सुबोध कुमार गोस्वामी ने आरडब्ल्यूए की एक बैठक बुलाई थी। इसमें उन्होंने कहा कि कैंडल मार्च या विरोध प्रदर्शन करने से शहीदों के परिवार का कोई भला नहीं होगा। इसके लिए वह आर्थिक योगदान देना चाहते हैं। इसके बाद लोग एसीपी के कार्यालय में पहुंच गए आर्थिक रूप से सहयोग किया। इसके बाद एसीपी ने अपने वेतन से 12 हजार रुपये और उनके मातहत कर्मचारियों ने 21 हजार रुपये जमा किए। इस बीच दो घंटे में ही उनके पास करीब ढाई लाख रुपये की सहायता राशि एकत्र हो गई।



एसीपी सुबोध कुमार गोस्वामी ने कहा कि सेना और सीआरपीएफ में अपने बच्चों को भेजने वालों को यह महसूस होना चाहिए कि दुख की इस घड़ी में पूरा देश उनके साथ खड़ा है। आज नहीं काबू में आते हैं दिल के जज्बात मेरे, केवल नहीं देश पर हमला ये, है सीने पर घात मेरे। आतंकवाद ने फिर भारत की गैरत को ललकारा है, जब भेड़ों ने घात लगाकर कुछ शेरों को मारा है। आज हमें बतलाओ कब तक सैनिक मारे जाएंगे, अपने वीर सपूतों की हम कब तक बली चढ़ाएंगे। इजरायल से जरा सीख लो रक्षा निज सम्मान की, दुश्मन को तुम आज दिखाओ ताकत हंिदूुस्तान की। आतंक वादियों को उनकी असली औकात बताओ तुम, मन की बातें बहुत हो गई अब कुछ करके दिखलाओ तुम। भारत मां की इज्जत को ना तार तार करवाओ तुम, छप्पन इंची सीने का अब असली माप दिखाओ तुम। दुश्मन नहीं समझ सकता है भाषा अब मनुहारो की, जीवन लीला खत्म करो मानवता के हत्यारों की। आज अगर खामोश रहे तो तुम कायर कहलाओगे, पाप कर्म के भागी बन कर निज सम्मान गंवाओगे। अब ना कोई करो बहाना और ना कोई बात करो, हालातों का करो सामना दुश्मन पर आघात करो। देश तुम्हारे साथ खड़ा है आगे बढ़कर वार करो, महाकाल का रूप बनाकर दुश्मन का संहार करो