लोगों को नौकरी का झांसा देकर ठगने के आरोप में तीन गिरफ्तार ...

नई दिल्ली : एक जानी मानी एयरलाइन के एचआर प्रबंधक के नाम का इस्तेमाल कर दर्जनों लोगों को नौकरी का कथित रुप से झांसा देने और उन्हें चूना लगाने के मामले में तीन व्यक्ति गिरफ्तार किये गये हैं I एचआर प्रबंधक ने गुड़गांव पुलिस की साइबर सेल में शिकायत दर्ज करायी थी कि कुछ लोगों ने उनसे भेंट की थी और उन्हें उनके नाम से जारी किये गये नियुक्त पत्र दिखाए थे I गुड़गांव पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी सुभाष बोकान ने कहा कि जांच के दौरान पाया गया कि आरोपी वेबसाइटों के माध्यम से प्रत्याशियों से संपर्क करते थे और उन्हें नौकरियों की पेशकश करते थे I वे पहले उनसे कमीशन ले लेते थे और फिर उन्हें फर्जी प्रमाणपत्र दे देते थे I बोकान ने कहा कि चूंकि यह मामला गंभीर था, इसलिए साइबर सेल ने उन बैंक खातों को खंगाला जिनके बारे में प्रत्याशियों ने एचआर प्रबंधक को बताये थे I



विदेश भेजने के नाम पर ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश


उन्होंने कहा कि उनके सभी बैंक खाते जब्त कर लिये गये और उनके सरगना मोहम्मद सूफियां व उसके सहयोगियों गोपाल किशन एवं हरीश पाहुजा को गिरफ्तार किया गया I गोपाल और हरीश दक्षिण दिल्ली में रहते थे I गौरतलब है कि इस तरह यह कोई पहला मामला नहीं है. इससे पहले ऐसा ही एक मामला दिल्ली से आया था. जहां आरोपी लोगों को विदेशों में नौकरियां दिलाने के नाम पर ठगते थे. दिल्ली पुलिस ने इस गिरोह को चलाने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था. गिरफ्तार आरोपियों में एक नाइजीरियाई मूल का युवक और एक भारतीय मूल की महिला शामिल थी. पुलिस ने फिलहाल दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. पुलिस की शुरुआती जांच में पता चला है कि आरोपियों ने अभी तक दो दर्जन से ज्यादा लोगों को ठगा था. पुलिस ने गिरफ्तार आरोपी की पहचान इमासाउन हेनरी और उसकी गर्लफ्रेंड शीला डे के रूप में की थी. पुलिस की जांच में पता चला है कि दोनों आरोपी विभिन्न वेबसाइट की मदद से फर्जी बैंक खातों और डाटा का इस्तेमाल कर लोगों से ठगी करते थे.

पुलिस के अनुसार आरोपी लोगों को ठगने के लिए अनोखा तरीका अपनाते थे. वह सबसे पहले विदेश में नौकरी को लेकर एक आकर्षित करने वाला मेल करते थे. इस मेल में बेहतर सैलरी पैकेज और बेहतर मौकों का जिक्र होता था. एक बार इन मेल्स पर कोई रिप्लाई कर दे तो आरोपी उसे अपने शिकार में फंसाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ते थे. आकर्षक नौकरियों की पेशकश कर वे पीड़ितों का विश्वास जीतने के बाद वीजा प्रक्रिया,वर्क परमिट आवेदन और यात्रा खर्चो के नाम पर पीड़ितों से रुपये देने के लिए कहते थे.पुलिस ने बताया कि नौकरी चाहने वाले लोग इन दोनों द्वारा उपलब्ध कराये गये खाते में रुपये जमा करा देते और इसके बाद ये दोनों पैसे लेकर गायब हो जाते थे I