पटरियों से हटने को तैयार नहीं गुर्जर, मंत्री से बोले-जो होगा, यहीं होगा

WRIITEN BY ;रेनुका राजपूत 


जयपुर: पांच फीसद आरक्षण की मांग को लेकर रेल की पटरियों पर बैठे गुर्जर आंदोलनकारियों और सरकार के बीच शनिवार शाम हुई पहले दौर की वार्ता में बात नहीं बनी। सरकार की ओर से वार्ता का न्योता लेकर पहुंचे मंत्री विश्वेंद्र सिंह को गुर्जर नेता कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला ने साफ कर दिया कि वार्ता के लिए कोई प्रतिनिधिमंडल कहीं नहीं जाएगा। जो भी बात होगी, यहीं होगी। हमारा आंदोलन जारी रहेगा। इस बीच दिल्ली-मुंबई ट्रैक बाधित होने से कई ट्रेनें प्रभावित रहीं। इससे यात्री परेशान रहे।



बैंसला की अगुआई में गुर्जरों ने शुक्रवार को सवाईमाधोपुर के मलारना और नीमोदा स्टेशन के बीच रेलवे ट्रैक जाम कर दिया था। इससे दिल्ली और मुंबई के बीच ट्रेनों की आवाजाही बंद हो गई और राजस्थान के अलावा दूसरे राज्यों में भी यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। ऐसे में मंत्री विश्वेंद्र सिंह और वरिष्ठ आइएएस अधिकारी नीरज के. पवन वार्ता का न्योता लेकर शनिवार शाम धरनास्थल पहुंचे थे। बैंसला ने कहा है कि जब केंद्र सरकार सात दिन में आर्थिक पिछड़ों को 10 प्रतिशत आरक्षण दे सकती है तो हमें 14 साल से क्यों परेशान किया जा रहा है? विश्वेंद्र सिंह ने कहा कि इस मसले पर वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से बात करेंगे। सरकार मामले में कानूनी राय भी ले रही है। हम अपना प्रस्ताव लेकर यहां आ जाएंगे। वहीं, भाजपा सरकार में मंत्री रहे अरुण चतुर्वेदी ने कहा है कि सरकार मामले का जल्द हल निकाले, क्योंकि आंदोलन से जनता को परेशानी हो रही है।


ट्रेन यातायात प्रभावित, यात्री परेशान: आंदोलन के कारण दिल्ली-मुंबई रेलवे ट्रैक की 22 गाड़ियां प्रभावित हुई हैं। निजामुद्दीन-इंदौर, इंदौर-नई दिल्ली, देहरादून एक्सप्रेस सहित दो ट्रेनें रद कर दी गईं। पटना-अहमदाबाद ट्रेन का मार्ग बदला गया है। हजरत निजामुद्दीन-उदयपुर ट्रेन को मार्ग बदलकर भरतपुर, बांदीकुई, अजमेर, चित्ताैड़गढ़ रूट से निकाला गया और फिरोजपुर कैंट-मुंबई ट्रेन का मार्ग बदला गया। वहीं, ¨हडौन-करौली मार्ग पर वाहनों का संचालन बंद कर दिया गया है। इसलिए करौली होकर भरतपुर, अलवर, जयपुर, मथुरा और उदयपुर जाने वाले यात्री परेशान रहे। प्रदर्शनकारियों ने 11 फरवरी से जयपुर-आगरा हाईवे भी रोकने की चेतावनी दी है।