राजनीति में आते ही छा गईं प्रियंका

लखनऊ : पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ अपनी राजनीतिक यात्र शुरू करने राजधानी लखनऊ पहुंचीं कांग्रेस की महासचिव प्रियंका गांधी अपने पहले ही रोड शो में लोगों के दिलो-दिमाग पर छा गईं। एयरपोर्ट से पार्टी मुख्यालय तक की यात्र में उनकी एक झलक के लिए लोग सड़क पर दोनों ओर बेकरार दिखे। रोड शो के दौरान पांच घंटे में उन्होंने लगभग 15 किमी की दूरी तय की। अपने चार दिवसीय प्रवास के पहले दिन प्रियंका ने एक भी शब्द नहीं बोला लेकिन, उनके हाव-भाव व अंदाज ने यह संकेत दे दिया कि वह प्रदेश की राजनीति पर गहरा असर डालने जा रही हैं।



लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के इस बड़े शो में प्रियंका के साथ दूसरे महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया भी थे, लेकिन आकर्षण का केंद्र प्रियंका ही रहीं। एक बस के ऊपर प्रियंका के साथ राहुल, ज्योतिरादित्य और राजबब्बर सहित कांग्रेस के कई बड़े नेता मौजूद रहे। प्रियंका रास्तेभर लगातार हाथ हिलाकर लोगों में जोश भरती रहीं। बर्लिग्टन चौराहे के निकट जब बिजली के तारों की वजह से बस आगे नहीं बढ़ सकी तो बड़ी सहजता से वह एसयूवी की छत पर आ गईं। रास्ते में लाल बाग में एक छोटी सी सभा थी। यहां बोलने की जिम्मेदारी पार्टी अध्यक्ष राहुल ने ही निभाई। बहन की मौजूदगी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वह अधिक आक्रामक दिखे। लाल बाग में लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने चौकीदार चोर के नारे भी लगवाए और कहा कि हम अब फ्रंट फुट पर खेलेंगे। बैकफुट का समय गया।



सपा-बसपा से दूर रहने संकेत: प्रियंका के आने की वजह से पार्टी मुख्यालय में भी भारी भीड़ जमा थी। ज्योतिरादित्य, प्रियंका और राजबब्बर की मौजूदगी में यहां भी बोलने की कमान राहुल गांधी ने ही संभाली। कहा कि हम प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनने तक चैन से नहीं बैठने जा रहे। प्रियंका और ज्योतिरादित्य को प्रदेश प्रभारी के रूप में फ्रंट फुट पर ही खेलने के निर्देश दिए। सपा-बसपा गठबंधन से दूरी रखने का संकेत देते हुए कहा कि अखिलेश-मायावती का पूरा आदर है, लेकिन यूपी बदलने के लिए कांग्रेस पूरी ताकत से लड़ेगी।