साइबर क्राइम डिजिटल इंडिया की सबसे बड़ी चुनौती- गृहमंत्री राजनाथ

Reported by : kamal pawar 


पश्चिमी दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री ने द्वारका में साइबर प्रिवेंशन अवेयरनेस एंड डिटेक्शन सेंटर नेशनल साइबर फॉरेंसिक लैब के उद्घाटन समारोह किया। इस अवसर पर दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल दिल्ली पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक व निगम पार्षद नितिका शर्मा सहित अनेक लोग उपस्थित रहे। इस अवसर पर केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि आज साइबरक्राइम डिजिटल इंडिया की सबसे बड़ी चुनौती है, यदि हम डिजिटल इंडिया के प्रति लोगों के मन में कायम भरोसे को बरकरार रखना चाहते हैं तो इस क्षेत्र में जीरो टॉलरेंस की नीति अपनानी होगी। यह सुकून की बात है कि हमने ऐसी क्षमता का विकास कर लिया है जो इस चुनौती का मुकाबला कर सकती है।



गृह मंत्री ने कहा कि आज साइबर तकनीक का इस्तेमाल कुछ गलत लोग दुनिया में दहशत फैलाने महिलाओं को परेशान करने आर्थिक अपराध व अन्य गलत कार्यों के लिए करते हैं। अब अपराध के तौर तरीके बदल चुके हैं ऐसे में साइबर संसार को कई तरह की चुनौतियों से निपटना पड़ रहा है। साइबर तकनीक की मदद से अपराधी दुनिया में कहीं भी किसी को भी अपना निशाना बना सकते हैं। ऐसे में अब पुलिस के लिए नई नई चुनौतियां सामने आ रही है। गृहमंत्री ने झारखंड के जामताड़ा का जिक्र करते हुए कहा कि इस जगह कई ऐसे अपराधी थे जो फोन कर आपके खाते से जुड़ी जानकारी लेते थे और आपकी गाढ़ी कमाई को उड़ा लेते थे। आलम यह था कि यह क्षेत्र साइबर क्राइम का हब बन चुका था। इनसे निपटने के लिए साइबर तकनीक की मदद ली गई और इन पर काबू पाया गया अच्छी बात यह है कि वक्त रहते हमने इन चुनौतियों का मुकाबला करने की तकनीक विकसित कर लिया है।



कार्यक्रम के दौरान गृह मंत्री ने उन शिक्षकों को सम्मानित किया जिन्होंने दिल्ली पुलिस की ओर से साइबर जगत में पेश आने वाली चुनौतियों के प्रति लोगों को जागरूक किया। यह जागरूकता कार्यक्रम दिल्ली के विभिन्न विद्यालय में आयोजित किए गए थे। जिन शिक्षकों ने बच्चों को जागरूक करने में अहम भूमिका निभाई उन्हें साइबर अवेयरनेस मित्र का नाम दिया गया है ।सभी साइबर अवेयरनेस मित्रों को गृह मंत्री ने शील्ड देकर सम्मानित किया।