ग्रेटर नोएडा: यमुना प्राधिकरण में 126 करोड़ रुपये के जमीन खरीद घोटाले के आरोपित तहसीलदार रणवीर सिंह व एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) गाजियाबाद मेंतैनात सीबीआइ इंस्पेक्टर वीएस राठौर को सीबीआइ ने गिरफ्तार किया है। जांच एजेंसी ने दोनों के अलावा असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सुनील दत्त व उत्तर प्रदेश पुलिस के एक अन्य अधिकारी के खिलाफ दिल्ली में मामला भी दर्ज किया है।
सीबीआइ को इंस्पेक्टर वीएस राठौर, असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सुनील दत्त के खिलाफ भ्रष्टाचार के शामिल होने की जानकारी मिली थी। पता चला था कि दोनों अधिकारी यमुना प्राधिकरण के 126 करोड़ के जमीन खरीद घोटाले के मामले में आरोपित तहसीलदार रणवीर सिंह से संपर्क में हैं। जमीन खरीद घोटाले का मामला गौतमबुद्ध नगर के कासना थाने में दर्ज है।
इस केस में खुद व अन्य आरोपितों को राहत दिलाने के लिए रणवीर सिंह ने उत्तर प्रदेश पुलिस के अधिकारियों व कर्मचारियों की मदद से सीबीआइ के दोनों अधिकारियों के साथ सांठगांठ की। रणवीर सिंह ने पुलिस के जरिये दोनों अधिकारियों को 31 जनवरी को दस लाख रुपये रिश्वत दी।
जांच मेंसहयोग के लिए रणवीर सिंह ने कुछ दिन पहले समर्पण किया था। सीबीआइ के दोनों अधिकारियों ने मामले को रफादफा कराने के लिए रणवीर सिंह से 25 लाख रुपये और मांगे। बीस लाख पर बात यह हो गई। दोनों अधिकारियों को दो फरवरी को रिश्वत की रकम पहुंचाने के लिए सैनिक फार्म दिल्ली निवासी एक व्यक्ति से यह रकम एकत्र की गई थी। आरोपित चारों अधिकारियों पर सरकारी सेवा में रहते हुए षड्यंत्र रचने, भ्रष्टाचार एवं रिश्वत के आरोप में सीबीआइ ने एसीबी गाजियाबाद में तैनात इंस्पेक्टर वीएस राठौर, तहसीलदार रणवीर सिंह, सीबीआइ एकेडमी गाजियाबाद में तैनात असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर सुनील दत्त व यूपी पुलिस के एक अन्य अधिकारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।