शहीदों के सम्मान में पहला युद्ध स्मारक देश को समर्पित
writeen by ;रेनुका राजपूत 

नई दिल्ली : देश के सैनिकों का 60 बरस पुराना इंतजार सोमवार को पहले नेशनल वार मेमोरियल के लोकार्पण के साथ खत्म हो गया। वीर शहीदों की याद में दिल्ली के इंडिया गेट के नजदीक तैयार किए गए नेशनल वार मेमोरियल को प्रधानमंत्री ने सोमवार को देश को समर्पित किया। यह वार मेमोरियल करीब 25,942 जवानों के प्रति सम्मान का सूचक है, जिन्होंने आजादी के बाद से अनेकों लड़ाइयों में देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी। 40 एकड़ में फैला यह स्मारक 176 करोड़ रुपये की लागत से तैयार किया गया है।


छह भुजाओं (हेक्सागोन) वाले आकार में बने मेमोरियल के केंद्र में 15.5 मीटर ऊंचा स्मारक स्तंभ है। जिसके नीचे अखंड ज्योति जलती रहेगी। मेमोरियल में भित्ति चित्र, ग्राफिक पैनल, शहीदों के नाम और 21 परमवीर चक्र विजेताओं की मूर्तियां भी लगाई गई हैं। साथ ही स्मारक को चार चक्र पर केंद्रित किया गया है, जिसे अमर चक्र, वीरता चक्र, त्याग चक्र, रक्षक चक्र नाम दिया गया है। इसमें थल सेना, वायुसेना और नौसेना के शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी गई है। शहीदों के नाम दीवार की ईंटों में उभारकर लिखे गए हैं। स्मारक का निचला भाग अमर जवान ज्योति जैसा रखा गया है। स्मारक के डिजाइन में सैनिकों के जन्म से लेकर शहादत तक का जिक्र है। ऐसी गैलरी भी है जहां दीवारों पर सैनिकों की बहादुरी को प्रदर्शित किया गया है। ये स्मारक उन बलिदानियों की कहानी बयां करेगा जिनकी बदौलत हम सुरक्षित हैं।