शीला ने राहुल से कहा, नहीं चाहिए गठबंधन

Reported by :- रेनुका राजपूत


पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बाद अब दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने भी पार्टी आलाकमान को स्पष्ट कर दिया है कि आम आदमी पार्टी के साथ गठबंधन करने की कोई जरूरत नहीं है। दिल्ली में कांग्रेस अकेले चुनाव लड़ने में सक्षम है।


प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद बृहस्पतिवार को शीला पहली बार कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से उनके निवास पर मिलीं। उनके साथ दिल्ली के तीनों कार्यकारी अध्यक्ष हारून यूसुफ, देवेंद्र यादव, राजेश लिलोठिया और प्रदेश प्रभारी पीसी चाको भी थे।



शीला और उनके तीनों सिपहसालारों का कहना था कि दिल्ली में अब सियासी हालात बदल रहे हैं। आम आदमी पार्टी की सरकार एवं भाजपा के सातों सांसदों के प्रदर्शन से दिल्लीवासी काफी नाराज हैं। आम आदमी पार्टी का वोट फीसद भी लगातार गिर रहा है जबकि कांग्रेस की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। शीला ने पार्टी अध्यक्ष से मिलकर स्पष्ट तौर पर दिल्ली में अकेले चुनाव लड़ने की वकालत की। उनका कहना था कि नगर निगम और कई उपचुनावों के बाद कांग्रेस का वोट फीसद 26.24 फीसद तक बढ़ा है।



 आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष शीला दीक्षित ने दिल्ली के सभी पूर्व पार्टी सांसदों की एक बैठक बुलाई, लेकिन पूर्व केंद्रीय कपिल सिब्बल, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अजय माकन और अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव संदीप दीक्षित इस बैठक में पहुंचे ही नहीं। दिल्ली की सक्रिय राजनीति से केवल पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल, महाबल मिश्र और रमेश कुमार ने ही इस बैठक में उपस्थिति दर्ज कराई। पूर्व केंद्रीय मंत्री कृष्णा तीरथ पहले ही कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हो चुकी हैं। करीब एक घंटे तक चली इस बैठक में प्रदेश के कार्यकारी अध्यक्ष हारुन यूसुफ, राजेश लिलोठिया, जनार्दन द्विवेदी, मध्य प्रदेश से पूर्व सांसद जेके. जैन, पूर्व मंत्री मंगतराम सिंघल आदि शामिल हुए।