‘सिर्फ फिल्में बदलाव लातीं तो राहुल को दिखाती उरी’

 WRIITEN BY ;रेनुका राजपूत


नई दिल्ली : इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र में आयोजित प्रादेशिक सांस्कृतिक कार्यक्रम का शनिवार को समापन हो गया। दो दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी व बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन ने मंच से नारीवाद व परंपरा के विषय पर अपने विचार साझा किए। इस दौरान उन्होंने मंच से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि यदि फिल्मों से हमारे बच्चे एक जिम्मेदार नागरिक बनते हैं तो मैं सबसे पहले राहुल गांधी को उरी फिल्म दिखाती।


मंच से केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि जब भी किसी परिवार में संकट की घड़ी आती है तो सबसे पहले उस परिवार की महिला ही होती है, जो पूरे परिवार के बारे में सोचती है। उन्होंने कहा कि जब भी हम अपने भाईयों के कलाई पर राखी बांधते हैं तो इसका मतलब यह भी है कि हम भी अपने भाई के साथ मुसीबत के पलों में खड़े हों, उसकी रक्षा करें। यह जरूरी है कि हम अपनी परंपरा को किस नजरिए से देखते हैं।



उन्होंने कहा कि हम यह सोचकर बैठते हैं कि समाज में बदलाव सिर्फ फिल्म या टीवी से आएगा। उन्होंने कहा कि जब जब इस समाज में कुप्रथा हुई तब तब हमारे समाज ने आगे बढ़कर उस कुप्रथा को समाप्त किया है, इसके लिए बदलाव का इंतजार नहीं किया। बॉलीवुड अभिनेत्री रवीना टंडन ने नारीवाद पर अपने विचार साझा करते हुए कहा कि आज समाज में नारी अपने पैरों पर खड़ी है। आज नारी जो चाहती है, वह पाती है। इसके साथ ही उसे समाज में बराबरी का हक भी मिल रहा है, लेकिन अभी भी इसमें कुछ और बढ़ने की आवश्यकता है।


उन्होंने कहा कि मैंने इतने सालों में फिल्म इंडस्ट्री में सकारात्मक बदलाव के साथ समावेश देखा है। धर्म व विश्वास पर उन्होंने कहा कि हमारे समाज में आज कई समुदाय हैं, जो अपने पारंपरिक तौर से जीते हैं। ऐसे में हमें उनके साथ साथ उनकी परंपरा का सम्मान करना चाहिए।