सात वर्ष पुराने एक मामले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में ओवैसी गए जेल, हैदराबाद में तनाव

हैदराबाद: 


मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एमआईएम) को एक और झटका उस समय लगा, जब पार्टी अध्यक्ष व हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी को आंध्र प्रदेश के मेडक जिले की एक अदालत ने सोमवार को सात वर्ष पुराने एक मामले में 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।ओवैसी की गिरफ्तारी के बाद हैदराबाद के कुछ हिस्सों में तनाव पैदा हो गया है, और पुलिस हालात को बिगड़ने से रोकने के लिए उच्च सतर्कता बरत रही है। संवेदनशील इलाकों में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवानों को तैनात किया गया है। तनाव बढ़ने के साथ ही स्कूलों व कॉलेजों ने विद्यार्थियों को घर जाने की छुट्टी दे दी।



ओवैसी ने मेडक जिला मुख्यालय, सांगारेड्डी शहर में एक अदालत में समर्पण किया और न्यायाधीश ने उन्हें दो फरवरी तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उसके तत्काल बाद उन्हें शहर के एक जेल में स्थानांतरित कर दिया गया।


ओवैसी के वकीलों ने उनकी तरफ से जमानत की एक अर्जी दायर की, लेकिन न्यायालय ने सुनवाई मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दी।ओवैसी की गिरफ्तारी से हैदराबाद के कुछ हिस्सों में तनाव और हिंसक प्रदर्शन भड़क गया। प्रदर्शनकारियों ने कुछ स्थानों पर दुकानों व बसों पर पथराव किया। पुराने शहर में और मुस्लिम बाहुल्य अन्य इलाकों में दुकानें व व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे, क्योंकि एमआईएम नेताओं ने बंद का आह्वान कर दिया।


प्रदर्शनकारियों ने पॉश बंजारा हिल्स, एमजे मार्केट, लकड़ी का पुल, अम्बरपेट और पत्थरगली इलाकों में पथराव किया। उन्होंने कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और मुख्यमंत्री किरण कुमार रेड्डी का पुतला फूंका।



एमआईएम के गढ़, पुराने हैदराबाद और एमजे मार्केट, नामपल्ली, मालेपल्ली, मेहदीपट्टनम, बंजारा हिल्स व चारमीनार जैसे व्यावासायिक इलाकों में दुकानें और व्यापारिक प्रतिष्ठान बंद रहे।


ऐतिहासिक चारमीनार और अन्य संवेदनशील इलाकों में पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवानों को तैनात कर दिया गया है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी स्थिति पर बराबर नजर रखे हुए हैं। पुलिस ने साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाकों में भी गश्त बढ़ा दी है।


हैदराबाद पुलिस आयुक्त अनुराग शर्मा ने कहा कि मामूली घटनाओं को छोड़कर स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है।


तेलंगाना क्षेत्र के अन्य शहरों में भी सुरक्षा बढ़ा दी है। हैदराबाद पुलिस आयुक्त अनुराग शर्मा ने कहा कि मामूली घटनाओं को छोड़कर स्थिति शांतिपूर्ण बनी हुई है।


ज्ञात हो कि ओवैसी और उनके छोटे भाई अकबरुद्दीन ओवैसी के खिलाफ 16 मार्च, 2005 को एक मामला दर्ज हुआ था। उनके खिलाफ यह मामला, सरकारी अधिकारियों को एक धार्मिक ढांचे को ढहाने से रोकने से सम्बंधित था। अधिकारी मुट्टंगी गांव में एक सड़क विस्तार के लिए धार्मिक ढांचे को ढहाना चाहते थे। असदुद्दीन इस मामले के प्रमुख आरोपी हैं।


ओवैसी ने अदालत में समर्पण तब किया, जब न्यायालय ने उनके खिलाफ लम्बित गैर जमानती वारंट रद्द करने की उनकी अर्जी खारिज कर दी।


पुलिस ने इस मामले को फिर से तब शुरू किया, जब विधायक अकबरुद्दीन को आदिलाबाद जिले में घृणास्पद भाषण देने के लिए आठ जनवरी को गिरफ्तार कर लिया गया। देशद्रोह, राष्ट्र के खिलाफ युद्ध छेड़ने व आपराधिक साजिश के लिए आरोपित अकबर फिलहाल जिले की एक जेल में कैद हैं।सांगारेड्डी जिले में भी तनाव बना हुआ है, क्योंकि एमआईएम कार्यकर्ताओं ने असद की गिरफ्तारी का विरोध किया और कुछ इलाकों में लोगों ने स्वेच्छया दुकानें बंद कर ली। पुलिस ने न्यायालय परिसर के पास प्रदर्शनकारियों के एक समूह पर लाठीचार्ज किया और साम्प्रदायिक रूप से संवेदनशील इस शहर में सुरक्षा बढ़ा दी। एमआईएम ने मंगलवार को बंद का आह्वान किया है।


असदुद्दीन की गिरफ्तारी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका है, क्योंकि यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है, जब छोटे भाई अकबर ओवैसी पहले से जेल में हैं। निर्मल नगर की एक अदालत ने अकबर की जमानत याचिका पर सुनवाई बुधवार तक के लिए स्थगित कर दी है।