आमन- सामने लवली और गंभीर

reported by ;- रेनुका राजपूत 


पूर्व क्रिकेटर और भाजपा के पूर्व दिल्ली संसदीय क्षेत्र के प्रत्याशी गौतम गंभीर का पूर्वी दिल्ली की राजनीति से सीधा कनेक्शन नहीं है लेकिन उनके पिता दीपक गंभीर का बिजनेस घरानो  और यहां के राजनेता से भी  उनके अच्छे संपर्क है गांधीनगर में दीपक गंभीर की अच्छी पैठ  है उनके सामने कांग्रेस उम्मीदवार अरविंदर सिंह लवली की राजनीतिक जमीन गांधीनगर ही है वह यहां से तीन बार विधायक रह चुके हैं जिससे गांधीनगर में भाजपा व्  कांग्रेस दोनों का ही अखाड़ा जमेगा


लवली की राजनीतिक जमीन यही है और उनके भरोसेमंद कार्यकर्ताओं की फेहरिस्त यहां काफी लंबी है इससे चुनाव प्रचार में भी जो भी गतिविधियां हो गई उसका केंद्र गांधीनगर और यहां के लोग रहेंगे लवली का कार्यालय भी क्षेत्र में है जहां वह कार्यकर्ताओं व आम लोगों से मिलते हैं इस क्षेत्र में उनकी मजबूत राजनीतिक पकड़ है इसी तरह गौतम गंभीर के पिता दीपक गंभीर का यह कार्य क्षेत्र है गांधीनगर के कारोबारियों से उनके अच्छे संपर्क है यहां के कई भाजपा नेताओं से भी उनके संबंध है कार्यक्षेत्र होने की वजह से संसदीय क्षेत्र की चुनावी गतिविधियों का केंद्र भी गांधीनगर ही रहेगा भाजपा नेताओं का कहना है कि चूंकि  गौतम गंभीर के लिए यहां के लोग पूर्व परिचित नहीं है इसलिए चुनावी गतिविधि की कमान उनके पिता दीपक गंभीर के हाथ में ही रहेगी



गौतम गंभीर को टिकट दिलाने के मामले में भी दीपक गंभीर की महत्वपूर्ण रही है गौतम को जब टिकट देने की घोषणा की गई थी तब दीपक गंभीर पार्टी के राष्ट्रीय नेताओं के बीच बैठे थे गौतम की शादी नताशा जैन से हुई है गांधीनगर और पूर्वी दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में जैन धर्म के लोग भी बड़ी संख्या में रहते हैं इसका फायदा भी गंभीर को चुनाव में मिलेगा


कांग्रेस और भाजपा के नेताओं का कहना है कि इस बार के लोकसभा चुनाव में गांधीनगर की बड़ी भूमिका रहेगी क्योंकि कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टी के उम्मीदवार मजबूत है गांधीनगर में संचालित होने वाले गतिविधियों के लिए पुलिस को भी विशेष व्यवस्था करनी पड़ेगी क्योंकि कांग्रेस व भाजपा दोनों के ही उम्मीदवार बड़े कद के हैं