बागपत में 9 बजे तक 11 प्रतिशत मतदान....

Uploaded by- सन्नी गुप्ता


बागपत-। लोकसभा चुनाव 2019 यानी 17वीं लोकसभा के पहले चरण में आज पश्चिमी उत्तर प्रदेश की आठ सीटों पर मतदान चल रहा है। सभी जगह मतदान प्रात: सात बजे से शुरू हो गया है। बागपत के अमीनगर सराय के डलौच गांव में ईवीएम में खराबी आ गई है। यहां पर मतदान आधा घंटा के बाद भी शुरू नहीं हो सका है। हंगामा करने पर मतदाताओं को एसपी ने समझाया। बागपत में 9 बजे तक 11 प्रतिशत मतदान हुआ।


बागपत के अमीनगर सराय के डौलचा गांव के एक बूथ पर वोटिंग मशीन में खराबी आ गई है। यहां पर मतदाता आधा घंटा से भी अधिक समय से लाइन में लगे हैं। इनके हंगामा करने पर एसपी ने मतदाताओं को समझाया। इसके साथ ही शहर के हर केंद्र पर लंबी लाइन लगी है। बिनौली में बूथ के बाहर काफी सख्ती है। बड़ौत के दिगंबर जैन कॉलेज में भी वोट डालने के लिए मतदान केंद्र पर लंबी लाइन लगी है। मतदान के लिए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त हैं।


 बागपत संसदीय सीट चौधरी अजित सिंह का गढ़ माना जाता है। इस सीट से अजीत सिंह के पिता चरण सिंह 1984 में कांग्रेस की लहर में सीट जीतने वाले अकेले गैर कांग्रेसी नेता थे। इंदिरा गाँधी के हत्या के बाद सहानभूति लहर में कांग्रेस ने 83 सीटें जीती थी। उत्तराखंड विभाजन के पहले उत्तर प्रदेश में 85 लोकसभा सीटें थी। जाट बाहुल्य बागपत सीट से 1977, 80 तथा 84 में अजित सिंह के पिता चौधरी चरण सिंह सांसद चुने गए थे। प्रधानमंत्री के रूप में चौधरी चरण सिंह इसी संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया। अजित सिंह भी 1989, 91, 96, 99 , 2004 और 2009 में सांसद चुने जा चुके है। 1998 के लोकसभा चुनाव छोड़ दे तो 1977 से लेकर 2014 तक अजित सिंह का खानदानी कब्जा रहा है। 2014 लोकसभा चुनाव में मोदी लहर में अजित सिंह बागपत से चुनाव हार गए थे।


भाजपा के सत्यपाल सिंह 42 प्रतिशत मत पाकर 2 लाख से अधिक मतों से चुनाव जीते थे। दूसरे स्थान पर समाजवादी पार्टी गुलाम मोहम्मद थे उन्हें 21 प्रतिशत मत मिले थे। तीसरे स्थान पर अजीत सिंह थे। जिन्हे 20 प्रतिशत मत मिले थे बसपा के प्रशांत चौथरी चौथे स्थान पर रहे। 2019 लोकसभा चुनाव में अजीत सिंह के बेटे जयंत चौधरी गठबंधन के प्रत्याशी हैं। कांग्रेस ने प्रत्याशी नहीं खड़ा किया है। सीधी लड़ाई भाजपा के सांसद सत्यपाल सिंह और जयंत चौथरी के बीच में है।