धार्मिक भावनाओं को अपने अंदर समाहित कर उन पर विश्वास करना ही भक्ति है. : गुरुजी अंकुर कुमार

REPORTED by :- संदीप कुमार 



उत्तर-प्रदेश के सिकन्दराबाद तहसील के अंतर्गत गाजीपुर गांव में हर मंगलवार को दरबार लगता हैं। जिसमें हजारों की संख्या में गांव के साथ आसपास से गांव के लोग भी  दरबार में बाबा मोहनराम की कृपा पात्र के लिए आते है। दरबार के बारे में हमारे दर्द ए दिल्ली  संवाददाता संदीप कुमार ने दरबार के गुरुजी अंकुर कुमार से बात की तो उन्होंने बताया की  इस गांव के मंदिर में उनकी ये तीसरी पीढी हैं ..


 


उनसे पहले उनके बाबा और पिता इस दरबार में सेवा देकर   जनता का भला कर रहे थे। इसके बाद जब वे 6 साल  के थे, तो उनकी धार्मिक भावनाओं को देखते हुए उनको  दरबार की जिम्मेदारी संभालने की शुरुआत कर दी। उसके बाद से बाबा मोहनराम की असीम कृपा के पात्र बने और उनकी भक्ति भावना में लीन होकर हर मंगलवार को सैकड़ों पीडितों की पीड़ा हर रहे है। उन्होने बताया कि किसी भी प्राणी को सी भी तरह की शारीरिक पीड़ा होती है, तो महज उनके दरबार में दर्शन करने के बाद ही आधी पीडा खुद वा खुद दूर हो जाती है। बाकी बची पीडा बाबा मोहन राम की कृपा से उसके सारे दुख दूर हो जाते हैं इस  कृपा के माध्यम अकुर कुमार गुरुजी है गुरु जी ने बताया कि हजारों की संख्या में लोग उनके पास धर्म ज्ञान लेने और अनेक रोगों का इलाज कराने दरबार में आते हैं। उन्होंने कहा कि यदि आपके मन में आस्था और विश्वास है तो हर जगह भगवान है। धार्मिक भावनाओं को अपने अंदर समाना और उन पर विश्वास करना है भक्ति का मार्ग है