पब्लिक के लायक नहीं बचे दिल्ली के टायलट

reported by :- प्रिया शर्मा 


राजधानी में जिन 9 सरकारी एजेंसियों ने टॉइलट बनाए हैं, उनमें से 1,179 टॉइलट्स का सर्वे क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया (क्यूसीआई) ने किया। इसमें महज 34 प्रतिशत टॉइलट ही साफ मिले। ईस्ट एमसीडी के 203 में से 38 टॉइलट्स गंदे मिले। सबसे अधिक गंदगी नॉर्थ एमसीडी के टॉइलट्स में पाई गई। 
नॉर्थ एमसीडी के 163 टॉइलट तो ऐसे हैं, जो इस्तेमाल करने लायक ही नहीं हैं। 36 टॉइलट में लंबे समय से ताला लगा हुआ है। केवल 46 टॉइलट ही इस्तेमाल करने लायक पाए गए। एक टॉइलट काफी साफ बताया गया है। सर्वे में ईस्ट एमसीडी टॉइलट्स की स्थिति भी बेहद गंदा बताया गया है। 
क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया ने पिछले साल के अंत में सीपीडब्लूडी, डीडीए, दिल्ली कैंट, डीटीटीडीसी, डीयूएसआईबी, ईस्ट एमसीडी, नॉर्थ एमसीडी, साउथ एमसीडी और एनडीएमसी एरिया में 1,179 टॉइलट्स का सर्वे किया। इस दौरान पाया गया कि सीपीडब्ल्यूडी के 16 में 5 टॉइलट गंदे हैं। 




डीडीए के 52 में से 27, दिल्ली कैंट के 18 में से 5, ईस्ट एमसीडी के 203 में से 38, नॉर्थ एमसीडी के 273 में से 39 और साउथ एमसीडी के 367 में 170 टॉइलट्स गंदे पाए गए। क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया के सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक सबसे अधिक गंदगी नॉर्थ एमसीडी के टॉइलट में पाए गए। 

रिपोर्ट में कहा गया है कि 273 टॉइलट्स में से 163 टॉइलट तो ऐसे हैं, जो इस्तेमाल करने लायक नहीं हैं। 36 टॉइलट में ताला लगा हुआ है। नॉर्थ एमसीडी के केवल 46 टॉइलट ही इस्तेमाल करने लायक पाया गया। एक टॉइलट को क्वॉलिटी काउंसिल ऑफ इंडिया ने बेहद साफ बताया है। 




रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि वॉश बेसिन तक साफ नहीं थे। ईस्ट एमसीडी के जितने टॉइलट का सर्वे किया गया, उसमें से केवल 33, नॉर्थ एमसीडी के 50 और साउथ एमसीडी के 189 

वॉश बेसिन साफ पाए गए। डीयूएसआईबी के 77 वॉश बेसिन साफ पाए गए।