स्थायी समिति सदस्य का चुनाव होगा रोचक..

reported by :- संदीप कुमार 


नई दिल्ली : उत्तरी और दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में महापौर व उप महापौर का निर्विरोध चुना जाना तय है, लेकिन स्थायी समिति के सदस्य के लिए होने वाले चुनाव में मुकाबला रोचक होगा। उत्तरी निगम में तीन पदों के लिए चार प्रत्याशी मैदान में हैं। इसमें बहुमत में होने की वजह से भाजपा अपने दो प्रत्याशियों को जिताने में तो कामयाब हो सकती है, लेकिन मुकाबला आप और कांग्रेस के प्रत्याशियों में होगा। इसी तरह दक्षिणी दिल्ली नगर निगम में भाजपा के साथ कांग्रेस और आप के प्रत्याशी मैदान में हैं। भाजपा सदन से तीन सदस्यों को चुनकर स्थायी समिति में बतौर सदस्य भेजना चाहती है, वहीं कांग्रेस और आप ने भी इसके लिए नामांकन कर मुकाबले को रोचक कर दिया है।दरअसल, उत्तरी निगम में पिछली बार कांग्रेस की ओर मुकेश गोयल ने भी नामांकन किया था। इसके बाद से उनकी जीत को लेकर सभी को संशय था, लेकिन सदन में आम आदमी पार्टी (आप) और भाजपा के कुछ सदस्यों ने क्रास वोटिंग कर दी थी, जिसकी वजह से मुकेश गोयल जीत गए थे।शायद इसी तरह कांग्रेस फिर से अपने एक सदस्य को स्थायी समिति में पहुंचाना चाहती है। कांग्रेस की ओर इंद्रलोक से पार्षद प्रेरणा ने नामांकन किया है, वहीं आम आदमी पार्टी ने र¨वद्र भारद्वाज से नामांकन कराया है। अब देखना होगा कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में से कौन सा दल स्थायी समिति का पद जीतने में कामयाब होता है।



दक्षिणी दिल्ली में तीनों पदों पर भाजपा ने की दावेदारी :


दक्षिणी दिल्ली में स्थायी समिति के सदस्य के लिए भाजपा ने तीन सदस्यों को चुनावी मैदान में उतार दिया है। इससे भाजपा इस कोशिश में है कि तीनों पद पर वह जीत हासिल कर ले। दरअसल, इस चुनाव में वरीयता के आधार पर सदस्य मतदान करते हैं। इसलिए इसमें विपक्ष के मतों की भी काफी अहमियत होती है। निगम सदन की बैठक में राज्य चुनाव आयोग की ओर से मतदान प्रक्रिया को पूरा किया जाता है। स्थायी समिति सदस्य के लिए तीन पद रिक्त हैं। भाजपा के तीन प्रत्याशियों के साथ आप और कांग्रेस की दावेदारी से यहां पर मुकाबला रोचक होगा। यहां पर महापौर नरेंद्र चावला, भूपेंद्र गुप्ता और बलराम ऑबराय ने नामांकन किया है। वहीं आप से अब्दुल वाजिद और कांग्रेस से वेदपाल ने नामांकन किया है। इसमें कोई तीन प्रत्याशी ही सदस्य बन पाएंगे।