अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर डॉक्टर भीमराव अंबेडकर कॉलेज ने भी किया योग ....
REPORTED BY : संदीप कुमार 

 

वजीराबाद रोड स्थित, दिल्ली विश्वविद्यालय के डॉ भीम राव अम्बेडकर कॉलेज में शुक्रवार, (21 जून) को प्रातः 7 बजे अंतरराष्ट्रीय योग दिवस का आयोजन किया गया। जिसमें कॉलेज के छात्रों, अध्यापकों और प्राचार्य जी.के अरोड़ा समेत 250 से भी ज्यादा व्यक्तियों ने कॉलेज ग्राउंड में योग किया। इस अवसर पर भारतीय योग संस्थान के प्रशिक्षक और मुख्य अथिति प्रीतम शर्मा जी मौजुद रहे। 


          कार्यक्रम की शुरुआत में ओम् ध्वनि और राष्ट्रीय गीत के साथ, योग प्रक्रिया शुरू हुई। योग दिवस के मौके पर कॉलेज में विभिन्न तरह के आसन किये गए जिसमें सबसे पहले सूक्ष्म क्रिया,त्रिकोण आसन,वज्र आसन, भुजंगासन , प्राणायम और उष्ट आसन इत्यादि आसन शामिल है।  

    इस मौके पर योग कमेटी की संचालिका डॉ संगीता शर्मा ने छात्रों को बताया कि अम्बेडकर कॉलेज में प्रत्येक दिन योगा क्लास लगती है जो छात्रों के लिए निशुल्क होती है। उन्होंने 21 जून के दिन का महत्व समझाते हुए यह भी बताया कि अंतरराष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम की शुरुआत ओर अभ्यास पिछले 7 दिन से चल रही थी। जिसमें छात्रों ने पूरे हर्षोल्लास और जुनून के साथ इसे सफल बनाने में बहुत सहयोग किया। 


     कॉलेज प्राचार्य जी. के अरोड़ा ने छात्रों को संबोधित करते हुए दैनिक जीवनचर्या में योग के महत्व को बताते हुए , युवाओं को योग से जुड़ने और उनकी रुचि बढ़ाने वाले कारकों पर जोर दिया। और उन्होंने यह भी कहा कि अम्बेडकर कॉलेज दिल्ली विश्वविद्यालय का एकमात्र ऐसा कॉलेज है जहाँ पिछले 5 सालों से योग दिवस मनाया जा रहा है। प्राचार्य ने भारतीय संस्कृति की 5000 साल पुरानी विरासत का जिक्र करते हुए संयुक्त राष्ट्र में 193 देशों द्वारा योग दिवस  प्रस्ताव को पारित कर देने पर इसे भारत की बढ़ती ताकत बताते हुए एक बड़ी जीत बताया। उन्होंने योग को रोजगार से जोड़कर युवाओं को इस क्षेत्र में आगे बढ़ने पर प्रेरित किया


         इसके अतिरिक्त मुख्य अथिति डॉ प्रीतम शर्मा (योगाचार्य) ने भी छात्रों को रोजाना योग करने एवं योग से होने वाले लाभों से परिचित  कर उनका मार्गदर्शन किया। कार्यक्रम के अंत में जी.के अरोड़ा ने योगाचार्य प्रीतम शर्मा को पौधा भेंट कर उनका अभिवादन व्यक्त किया।

कार्यक्रम के समापन योग कमेटी के सदस्यों द्वारा राष्ट्र गान गाकर हुआ।