राजस्थान के कोटा से सांसद ओम बिरला सर्वसम्मति से बने लोकसभा अध्यक्ष

Reported by :- दिनेश सोलंकी 


नई दिल्ली : राजस्थान के कोटा से सांसद ओम बिरला सर्वसम्मति से लोकसभा अध्यक्ष चुने गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद उनके नाम का प्रस्ताव किया और चुने जाने के बाद उन्हें लोकसभा अध्यक्ष की कुर्सी तक ले गए। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने जहां बिरला की विनम्रता और समाजसेवा के भाव की तारीफ की, वहीं विपक्षी दलों ने सदन की कार्यवाही निष्पक्षता से चलाए जाने की उम्मीद जताई।



ओम बिरला की विनम्रता की तारीफ करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनका जीवन अनुशासन और समाजसेवा का रहा है। प्रधानमंत्री ने उम्मीद जताई कि बिरला सदन को अपने अनुशासन से अनुप्रेरित करेंगे। पीएम ने कहा कि बिरला की कार्यशैली में सिर्फ राजनीति नहीं, बल्कि समाजसेवा है। समाज की पीड़ा को दूर करने के लिए सदैव प्रयासरत रहे हैं। उन्होंने याद दिलाया कि किस तरह बिरला गुजरात में 2011 के भूकंप के दौरान राहत कार्य में जुटे थे। यही नहीं, केदारनाथ त्रसदी के समय भी वह लोगों की मदद के लिए वहां पहुंच गए थे।



कोटा की जनता की सेवा के लिए भी आधी रात को कंबल लेकर निकलते थे। कोटा में कोई भूखा न सोए इसके लिए प्रसादम नाम की योजना भी चला रहे हैं। सुबह लोकसभा के तीसरे दिन की कार्यवाही शुरू होने के साथ ही पीएम ने लोकसभा अध्यक्ष के लिए बिरला का नाम प्रस्तावित किया। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह व गृहमंत्री अमित शाह ने इसका समर्थन किया। कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, समाजवादी पार्टी, बसपा समेत समूचे विपक्ष ने एक स्वर में इसका समर्थन किया और बिरला ध्वनिमत से लोकसभा अध्यक्ष चुने गए। लोकसभा अध्यक्ष चुने जाने के बाद बिरला ने सदन को संबोधित करते हुए सांसदों को आश्वासन दिया कि वह किसी भी दल के हों, लेकिन उनके हितों का ध्यान रखेंगे। वह सदन की कार्यवाही में सभी नियमों व नियमावलियों का पूरा पालन करेंगे। उन्होंने सदन को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी दलों के सदस्यों से सहयोग मांगा। अपने निर्वाचन के बाद बिरला ने राष्ट्रपति भवन जाकर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। उसके बाद वह उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू के आवास पर जाकर उनसे मिले।