सूचना बोर्ड बना जनता के लिए मजाक


इस बोर्ड को देखकर आप समझ गए होंगे कि ये क्या कहना चाह रहा है। बोर्ड पर साफ-साफ शब्दों में लिखा हुआ है कि-


सूचना


यहां पर कूड़ा फेंकना मना है। कूड़ा फेंकते


 हुए पकड़े जाने पर रेलवे नियमानुसार


 जुर्माना/कार्यवाही की जाएगी।


रेल प्रशासन


 उत्तर रेलवे


गाज़ियाबाद


चलिए अब आपको ये दिखाते है की इस सूचना का लोगों पर कितना प्रभाव पड़ रहा है, या लोगों में रेलवे नियमानुसार जुर्माना/कार्यवाही का कितना खौफ है।



इस तस्वीर को देख आप समझ ही गए होंगे की यहां कूड़ा डालना मना है। फिर भी स्थानीय लोंगो ने यहां इतना कूड़ा डाल रखा है। ये तस्वीर उत्तर पूर्वी दिल्ली के नंदनगरी अशोक नगर रेलवे फाटक की है। जहां रेल के किनारे हरियाली और सुन्दरता होनी थी, वहां कूड़ा ही कूड़ा पड़ा है। जिसे देखकर ये प्रतीत हो रहा है कि ये ढलाव घर है। आपको क्या लगता है? कि इस गदंगी के पीछे क्या मुख्य कारण है? लोगों की लापरवाही या सरकार की कमी नीचे अपनी प्रतिक्रिया अवश्य दें। खैर ऐसी लापरवाही सिर्फ यही नहीं है बल्कि देश की राजधानी के उत्तर-पूर्वी जिले में कई जगह देखने को मिल जाएगी, जहां साफ तौर पर कूड़ा़ डालना मना होता है लेकिन वही कूड़े का ढेर लगा होता है।


बता दें, सन् 2014 से देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा भारत में स्वच्छ भारत अभियान चलाया जा रहा है। जिसका उद्देश्य गांधी जी की 150वीं जयंती तक देश को पूर्ण रूप से साफ करना है। लेकिन इस प्रकार से लापरवाही देखी जाती रही तो हमारा देश कभी स्वच्छ हो पाएगा?


गौरतलब है कि लोग अपने घर की सफाई तो करते है लेकिन कूड़ा यूहि लापरवाह नागरिक की तरह कहीं भी फेंक देते हैं। प्रत्येक नागरिक का फर्ज है कि वह कूड़ा कूडेदान में ड़ाले और दूसरों को भी इसकी सीख दे, ताकि कहीं भी कू़ड़ा ना रहे और प्रधानमंत्री की मुहिम का हिस्सा बनें रहे।