पत्रकारिता का भविष्य अंधकार में...

पत्रकारिता को जहां लोकतंत्र के चौथे सत्तंभ का दर्जा दिया गया है। वहीं पत्रकारों को कलम का सिपाही भी कहा जाता है। लेकिन आज के आधुनिक समय में पत्रकारिता जगत की परिभाषा ही बदल चुकी है। प्राचीन समय में केवल वही लोग पत्रकार बनते थे, जो पार्दर्शी खबरों से समाज को नई दिशा और दशा की राह दिखाते थे और जिन्हें अपने व्यवसाय का ज्ञान भी होता था। जैसा आपको विदित है कि आजादी के समय में पत्रकारों ने अपनी कलम से सोई हुई जनता को जगाकर आजादी के लिए अवाज उठाने को मजबूर कर दिया था।



समाचार-पत्र पर लोगों का इतना विश्वास था की लोग उसे ही सच मानते थे जोकि वाकाई सच भी होता था। आज के युग में लोग डिजिटल हो चुके हैं, जिससे की वे समाचार-पत्र पढ़ने की बजाए टीवी पर सोशल मीडिया पर खबरें देखना, पढ़ना या सुनना ज्यादा उचित समझते हैं। लोग समाचार सुनते तो हैं पर उन पर पूर्ण रूप से यकीन नहीं करते क्योंकि जनता को भी पत्रकारों का एकपक्षिय झुकाव समझ आता है। जिस कारण आज पत्रकारिता को बिकाऊ पत्रकारिता भी कहा जाता है।


पत्रकारिता करने वालों का भविष्य..?


भारत में आज अनगिनत मीडिया संस्थान खुले हैं जो लाखों फीस लेकर बच्चों को डिग्री या डिपलोमा देते हैं। कहा जाता है कि मीडिया लाइन बहुत छोटी है और इस लाइन में नौकरी पाने के लिए अनुभव के साथ-साथ जान-पहचान होनी भी अत्यंत आवश्यक है। नौकरी तो छोडिए यहां तो इनर्टन्शिप पाने के लिए भी मीडिया के लोगों से तालुकात होने जरूरी है। सीधे तौर पर यूं कहा जा सकता है कि नौकरी के लिए अनुभव और अनुभव के लिए नौकरी होना बेहद आवश्यक है जो कि बगेर जान-पहचान के सम्भव ही नहीं है।


मीडिया जगत में केवल डिग्री या डिपलोमा से काम नहीं चलता। यहां अनुभव की मांग सबसे पहले की जाती है। चलिए नौकरी मिल भी जाती है तो भी पैसा नहीं है। क्योंकि पत्रकारों का काम निस्वार्थ जनता के लिए कार्य करना होता है। अब आप समझ ही गए होंगे कि पत्रकारों का क्या भविष्य बचा है। जी हां एक बात ओर लोग केवल टीवी के समाचार-चैनलों पर दिखने वालो को ही पत्रकार समझते हैं।


अगर आप पत्रकारिता क्षेत्र से जुड़े हुए है तो आपसे लोग सबसे पहले यही सवाल पूछते हैं कि तुम टीवी पर कब आएगी/आएगा। आने वाला समय सिर्फ डिजिटल युग होगा। लोगों का तो ये तक कहना है कि समाचार-पत्र बन्द होने का भी समय जल्द ही आने वाला है। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि डिजिटल युग में पत्रकारों की आवश्यकता ही नहीं होगी क्योकिं ये प्लेटफोर्म सभी लोगों के लिए उपल्बध है और यहां प्रत्येक व्यक्ति पत्रकार है।