यमुना विहार कावड मंदिर कैम्प पर कावडियों की बेहतर सेवा

पूर्वी दिल्लीः-दिल्ली में कांवडियों की भीड़ बढ़ती जा रही है। लोनी गाजियाबाद की तरफ से काफी कावड़िया दिल्ली के उत्तर-पूर्वी जिले से प्रवेश करता है। गोकलपुर गांव में दिल्ली का सबसे पहला कांवड़ शिविर लगता है, उसके बाद यमुनापार का सबसे बड़ा कावड कैम्प यमुना विहार गोकलपुरी फ्लाईओवर के नजदीक कावड़ मंदिर पर लगता है। इस कैम्प में हजारों की संख्या में कांवडिया विश्राम कर अपने गंतव्य तक आगे अपनी यात्रा तय करते हैं।



कावड मंदिर में कावडियों के विश्राम की सुविधाएं की गई हैं। समय पर भोजन नाश्ता पानी की उचित व्यवस्था और श्रद्धालुओं के प्यार को देखते हुए कांवडियों को पूरे दिन अलग-अलग तरह के भोजन व्यंजन आदि खिलाये जा रहे हैं। इस कांवड़ शिविर में सैकड़ों की संख्या में सेवादार कावडियों की सेवा करते हैं। 24 घंटे कैम्प में सेवादार कांवडियों की सेवा में निरंतर लगे रहते हैं।


 


मंदिर के प्रधान  रतन लाल गर्ग ने बताया कि कावड़ मंदिर  यमुना विहार 29 वर्षों से कांवरियों की सेवा में निरंतर प्रयासरत है।  यमुनापार का सबसे बड़े कैंपों में  इसकी गिनती होती है। यहां कांवडियों की सेवा  तन मन धन से की जाती है।  हर सुविधा  कावड़ियों के लिए हर पल तैयार होती है।  कोषाध्यक्ष  विनोद गर्ग ने बताया कि  यहां  सेवादार दिल से सेवा करते हैं  और हल्का बढ़िया की  कोई भी परेशानी हो उसे तुरंत समाधान करते हैं। नीरज जैन ने बताया कि जब कावड़िया भोजन करते हैं तो उस समय पूरी व्यवस्था के साथ उन को भोजन कराया जाता है और तसल्ली वक्त उन्हें बैठा कर भोजन कराया जाता है। विपिन शर्मा इस व्यवस्था को बहुत ही बेहतर तरीके से कर रहे है।