यूपी : CBI ने मारी IAS अफसरों के घर छापेमारी, नोट गिनने के लिए मंगवानी पड़ीं मशीनें

यूपी सरकार के नौकरशाह मत कहिए। ये लोग नौकर शाह नहीं बल्कि कालेधन के कुबेर हैं। जी हां, आपने सही सुना काले धन के कुबेर और यह हम नहीं कह रहे। बुधवार को सीबीआई के छापे में मिली अकूत धन-संपदा इस का उदाहरण है। सीबीआई ने बुधवार को उत्तर प्रदेश के कुछ आईएएस अफसरों के घर पर अचानक छापेमारी की। जिसमें इस अकूत धनसंपदा की जानकारी मिली।  सीबीआई ने सबसे पहेल उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के डीएम आईएएस अभय सिंह के घर पर धावा बोला।  यह छापेमारी उनके ऊपर लगे खनन घोटाले को लेकर की गई है। पिछली सरकार में अभय सिंह फतेहपुर के डीएम थे, इस दौरान उन पर अवैध रूप से खनन करवाने का आरोप लगा था। विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक छापेमारी के दौरान सीबीआई को उनके आवास पर इतने नोट मिले कि गिनती के लिए मशीनें मंगवानी पड़ीं।


सीबीआई की टीम सुबह-सुबह डीएम के आवास और कार्यालय पर पहुंची। यहां पर सभी लोगों के आने-जाने पर रोक लगा दी गई। गेट पर फोर्स तैनात कर दी गई। टीम ने लगभग दो घंटे तक आईएएस अभय सिंह के साथ उनके आवास पर बंद करके पूछताछ की। इस दौरान उनके घर की तलाशी की गई। तलाशी के दौरान 47 लाख रुपये कैश बरामद किए गए।


सूत्रों ने बताया कि तलाशी के दौरान आईएएस के घर से सीबीआई को नोटों की कई गड्डियां मिलीं। इन गड्डियों को गिनवाने के लिए बाद में मशीन मंगवाई गई। लोगों को नोट गिनने वाली मशीन का पता तब चला जब छापेमारी के दौरान एक गाड़ी डीएम के आवास से बाहर गई और कुछ देर बाद वापस लौटी। वापस लौटने के दौरान गाड़ी में लोगों ने नोट गिनने की मशीन देखी। इस बात से अंदाजा लगाया जा रहा है कि आईएएस के घर से काफी नगदी बरामद हुई है।



अभय सिंह समाजवादी पार्टी की अखिलेश यादव सरकार में फतेहपुर के डीएम थे। बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्होंने सारे नियमों को ताक पर रखकर मनमाने ढंग से खनन पट्टे जारी किए थे। हाई कोर्ट की रोक के बावजूद लोगों को अवैध खन की रेवड़ी बांटी गई। अभय सिंह मूल रूप से प्रतापगढ़ के रहने वाले हैं। उन्हें लगभग पांच महीने पहले ही बुलंदशहर का डीएम बनाया गया था। दूसरी बड़ी छापेमारी आमजगढ़ के सीडीओ देवी शरण उपाध्याय के घर पर की गयी। उनके यहां से दस लाख रुपये कैश और कई अघोषित संपत्तियों के दस्तावेज बरामद हुए हैं।


सीबीआई ने अवैध खनन मामले में यूपी के बारह ठिकानों पर छापेमारी की है। टीम ने बुलंदशहर के अलावा लखनऊ, फतेहपुर, आजमगढ़, इलाहाबाद, नोएडा, गोरखपुर, देवरिया में छापे मारे। लखनऊ में आईएएस विवेक कुमार के घर पर छापेमारी चल रही है। विवेक कुमार पर देवरिया के डीएम रहते खनन पट्टों में गड़बड़ी का आरोप लगा था। 2009 बैच के आईएएस अधिकारी विवेक अभी कौशल विकास निगम के निदेशक हैं। उनके सुशांत गोल्फ सिटी स्थित आवास पर छापेमारी चल रही है।


अवैध खनन मामले में जांच कर रही सीबीआई इससे पहले आईएएस और बुलंदशहर की पूर्व डीएम बी. चंद्रकला से भी पूछताछ कर चुकी है। चंद्रकला पर हमीरपुर डीएम रहने के दौरान मनमाने ढंग से खनन पट्टे करने का आरोप लगा है। उनके खिलाफ भी सीबीआई जांच चल रही है। उनके पास भी अघोषित संपत्तियां मिली थीं। 28 जुलाई 2016 को हाई कोर्ट के आदेश के बाद सीबीआई यह केस लिया था। जिसके बाद उसने सात प्राथमिक जांच दर्ज की थीं। इनमें से तीन हमीरपुर, शामली और कौशाम्बी जिलों से जुड़ी जांचों को प्राथमिकियों में तब्दील कर दिया गया। आईएएस अभय और विवेक सहित अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।