अरुण जेटली जैसे कद्दावर नेता की कमी पार्टी को हमेशा महसूस रहेगी...अजय महावर

नई दिल्लीः भाजपा के कद्दावर नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली पंचतत्व में विलीन हो गए। राजकीय सम्मान पूर्वक निगमबोध घाट पर उनके अंत्येष्टि की गई और मुखाग्नि पुत्र चौहान जेटली ने दी। अंतिम विदाई के लिए सभी दलों और वर्गों के लोग पहुंचे बारिश के बावजूद आखिर तक लोग जमे रहे। लंबे समय से बीमार चल रहे अरुण जेटली ने शनिवार दोपहर एम्स हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली थी। रविवार सुबह उनके पार्थिव शरीर को कैलाश कॉलोनी स्थित आवास पर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया उसके बाद 9:30 बजे जब पार्थिव शरीर को भाजपा मुख्यालय ले जाने के लिए घर से निकाला गया तो लोग पैदल ही पीछे चलने लगे। 10:50 बजे पार्थिव शरीर दीनदयाल उपाध्याय रोड स्थित भाजपा मुख्यालय पहुंचा, जहां हर खास व आम ने उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।



    भाजपा उत्तर पूर्वी जिला अध्यक्ष अजय महावर भी  अरुण जेटली को  श्रद्धांजलि देने पहुंचे उन्होंने नम आंखों से भावभीनी श्रद्वांजलि दी और कहा कि अरुण जेटली जैसा नेता देश को दोबारा नहीं मिल पाएगा। हम उनके आदर्शों का अनुसरण करेंगे  लेकिन  उनकी कमी पार्टी को हमेशा महसूस रहेगी। पंजाब उत्तर प्रदेश समेत विभिन्न राज्यों से लोग उन्हें श्रद्वांजलि देने पहुंचे दोपहर 1:30 बजे के बाद जेटली के पार्थिव शरीर को तिरंगे में लपेटकर सेना के गन कैरिज वाहन पर रखा गया। इसके बाद अंतिम यात्रा  निगमबोध घाट के लिए निकली साथ ही उनकी पुत्री संगीता, पुत्र रोहन, बेटी सोनाली समेत परिवार के अन्य सदस्य भी थे। गृह मंत्री और रक्षा मंत्री राजनाथ भाजपा के साथ चल रहे थे। रास्ते में जब तक सूरज चांद रहेगा जेटली तेरा नाम रहेगा और अरुण जेटली अमर रहे जैसे नारे गूंजते रहे। वैदिक मंत्रोचार के बीच पुत्र रोहन ने 3:17 पर मुखाग्नि दी।