बरसात से बचने के लिए कर्मचारियों को दिए गए नि:शुल्क रेनकोट

पूर्वी दिल्ली


विद्यालय परिवार की तरह होता है और इस विद्यालय में काम करने वाला हर शख्स उस परिवार का एक हिस्सा होता है और सभी मिलकर परिवार की तरह मेहनत करके विद्यालय को शिखर तक पहुंचाते हैं। विद्यालय प्रबंधन समिति का भी फर्ज बनता है, विद्यालय में जो कर्मचारी सर्दी गर्मी और बरसात में काम करते है, उनकी जरूरतों का ध्यान रखें। ये सभी बातें हम नहीं कह रहे यह बातें लिटिल फ्लॉवर्स स्कूल प्रबंधक रोहित दुआ ने तेज निगाहें संवाददाता से बातचीत में कही।



दरअसल, लिटिल फ्लॉवर्स स्कूल ने शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर प्रदर्शन कर यमुनापार का सर्वश्रेष्ठ स्कूलों में अपना स्थान कायम कर रखा है। इस स्थान को बरकरार रखने के लिए विद्यालय में जहां अध्यापक/ अध्यापिकाओं की मेहनत होती है वहीं इसमें चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों का भी अहम योगदान होता है चाहे वह चपरासी हो या चौकीदार। उनका ध्यान रखना विद्यालय प्रबंध समिति का फर्ज बनता है। इसी फर्ज को रोहित दुआ बखूबी के साथ निभा रहे हैं। युवा होने के नाते भी मानवता उनके अंदर कूट-कूट कर भरी है। उन्होंने देखा बरसात के मौसम में स्कूल के चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी बारिश में भीगते रहते हैं। जिनका स्वास्थ्य खराब होने की पूरी आशंका रहती है।


इसको देखते हुए उन्होंने स्कूल के चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों के लिए रेनकोट वितरित किए, इस कार्य में स्कूल की चेयरमैन सीएम पटेल, प्रधानाचार्य नीता दुआ और हरीश चावला उनके साथ रहे। स्कूल के कर्मचारियों ने बताया कि जिस तरह से हम भी स्कूल को एक परिवार की तरह मानकर कार्य करते हैं। स्कूल भी हमारा उसी तरह बहुत ध्यान रखता है। बरसात में हमें अपनी ड्यूटी निभाने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। अब रेनकोट मिलने के बाद हम बरसात में आराम से अपनी ड्यूटी निभा सकते हैं।